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युसुफ खान
कोरबा, पसान 15 मई (वेदात समाचार) मीडिया को लोकतंत्र का चौथा स्तंभ कहा जाता है जो लोकतंत्र के बाकी तीनों स्तम्भों पर नज़र रखने के साथ-साथ सरकार और जनता को एक दूसरे से जोड़ने का कार्य करता है। लेकिन विडंबना देखिए कि आज लोकतंत्र का चौथा स्तम्भ आज खुद महफूज़ नहीं है।
अब ताजा मामला कोरबा जिले के पसान से सामने आया6 है, जहां कर्री स्टॉप डेम की खबर छापना पत्रकारो को महंगा पड़ गया। खबर छापने से बौखलाए ग्राम सरपंच ने सोशल मीडिया व्हाट्सएप पर ही पत्रकार को अंजाम भुगतने की धमकी दे डाली ।
दरअसल, मामला पोड़ी उपरोड़ा जनपद पसान थाना क्षेत्र का है, थाना क्षेत्र के ग्राम पंचायत कर्री तुलबुल में स्टॉप डेम से संबंधित समाचार ग्रामीणों के आरोप के आधार पर कल प्रकाशित किया था !खबर से बौखलाए ग्राम पंचायत सरपंच रोहिणी मराबी ने पत्रकारो को अंजाम भुगतने की खुलेआम धमकी देते हुए अभद्रता की और कहा कि अगर आगे सुधर जाओ या नहीं तो सुधारना पड़ेगा और अब खबर छापी तो तैयार रहना…अंजाम भुगतने के लिए…इससे पत्रकारों में काफी रोष व्याप्त है..साथ ही पत्रकारो ने बताया की जल्द ही इस संबंध में गृहमंत्री से मिलकर कार्यवाही व सुरक्षा की मांग की जाएगी ।
जहां एक तरफ पत्रकार समाज का दर्पण होते हैं, विपरीत परिस्थितियों में भी सच्चाई को सामने लाते हैं। खासकर ग्रामीण अंचल में पत्रकारिता बड़ी चुनौती है। सीमित संसाधनों के सहारे ग्रामीण इलाकों के पत्रकार दायित्वों का निर्वहन करते हैं वही दुसरी और ऐसे जनप्रतिनिधि खुलेआम पत्रकारों को धमकी देते है।