सफलता की कहानी : सुखद जीवन के साथ पीएम आवास में जीने लगे नरेश कुमार

कच्चे मकान से पक्का मकान बनने पर नरेश कुमार की खुशी का नहीं रहा ठिकाना

जांजगीर-चांपा 19 जून 2024/ जिले की जनपद पंचायत बलौदा की ग्राम पंचायत बक्सरा में नरेश कुमार अपने परिवार के साथ रहते हैं। जैसे-तैसे अपने जीवन का भरण-पोषण करते हैं। मकान के नाम पर कच्ची झोपड़ी थी, जिसमें बारिश के मौसम में रहना दुष्कर होता था। ऐसे में प्रधानमंत्री आवास योजना उनके जीवन में खुशहाली लेकर आई जब उनके लिए आवास की मंजूरी मिली। आवास बनने के बाद नरेश कुमार बेहद ही खुश है और अब उन्हें पक्का आशियाना मिल गया, जिससे वे प्रसन्न और सुरक्षित महसूस कर रहे हैं।


नरेश कुमार बताते हैं कि वह पत्नी एवं बच्चे के साथ एक जर्जर मिट्टी के मकान में अपना जीवन यापन कर रहे थे, एवं रोजी-मजदूरी से अपने दो वक्त के खाने की व्यवस्था करते थे। गरीब होने के कारण अपने लिये एक अच्छा मकान बनाना उसके लिए एक सपने जैसा था, ऐसे में मन को दिलाशा देकर सोचते थे कि कब उनका मकान पक्का बनेगा, या बनेगा नहीं, परन्तु नरेश को भरोसा था अपने आप पर और प्रधानमंत्री आवास योजना पर। ‘‘प्रधानमंत्री आवास योजना (ग्रा0)’’ के वर्ष 2011 के स्थायी प्रतिक्षा सूची में नाम शामिल होने के कारण प्रधानमंत्री आवास योजना (ग्रामीण) से 1 लाख 20 हजार की राशि स्वीकृति की गई। उनके बैंक खाते में किस्तों के रूप में राशि आबंटित किया गया। जिसके पश्चात धीरे-धीरे नरेश कुमार का कच्चा मकान पकका बनने लगा। जैसे-जैसे मकान बनता गया वैसे-वैसे नरेश कुमार की चेहरे की मुस्कान भी बढ़ती गई। वह दिन आया जब उनका मकान पक्का बन गया और एक पक्का आवास निर्माण कर अपना सुखद जीवन यापन करने लगे। वह कहते हैं उनको प्रधानमंत्री आवास योजना के साथ ही महात्मा गांधी नरेगा योजना के द्वारा 90 दिवस का रोजगार भी मिला है। इसके अलावा पीएम उज्जवला योजना के तहत गैस चूल्हा एवं सिलेंडर प्राप्त हुआ है। स्वच्छ भारत मिशन के तहत उनके घर में शौचालय का निर्माण भी हुआ है। इस तरह से उनके जीवन में बहुद बदलाव आया है।

उनका कहना है कि शासन द्वारा संचालित प्रधानमंत्री आवास योजना (ग्रामीण) एक ऐसी योजना है जिससे उनके जैसे लाखों गरीबों का पक्का मकान का सपना साकार हो रहा है इसके लिये उन्होंने शासन को धन्यवाद दिया है।