लू के लक्षण एवं लू से बचाव के उपाय

बीजापुर, 1 जून 2024। देश भर के साथ ही छत्तीसगढ़ में भी प्रचंड गर्भी महसूस की जा रही है। नौतपे के साथ ही हर दिन तापमान बढ़ता ही जा रहा है, शुरूआत में जहां पारा 35 से 40 डिग्री के करीब था तो वहीं आज का पूर्वानूमान चिंताजनक है। विगत कुछ दिनों से बीजापुर जिले का तापमान 43-44 डिग्री के करीब है मौसम विभाग ने इस नौतपे और बढ़ती गर्मी को लेकर अलर्ट जारी कर दिया है। हीट वेव जिसे सामान्य भाषा में लू चलना कहा जाता है, जब वातावरण का तापमान 40◦C डिग्री या 104◦F डिग्री से ज्यादा हो तो हीट वेव की स्थिति उत्पन्न होती है, इसका असर बच्चों, बुजूर्गों एवं कोमार्बिड लोगों में सर्वाधिक होता है।

इससे तेज बुखार आना, बुखार की सामान्य दवाईयों से बुखार नहीं उतरता है एवं इससे मृत्यु भी हो सकती है। लू के लक्षण- सिर में भारीपन और दर्द का अनुभव होना, तेज बुखार के साथ मुंह का सूखना, चक्कर और उल्टी आना, भूख कम लगना, बेहोश होना, कमजोरी के साथ शरीर में दर्द होना, शरीर का तापमान अधिक होने के बावजूद पसीने का ना आना, अधिक प्यास लगना और पेशाब कम आना जैसे विभिन्न गतिविधि हो सकती है। लू से बचाव के उपाय- लू लगने का प्रमुख कारण तेज धूप और गर्मी में ज्यादा देर तक रहने के कारण शरीर में पानी और खनिज मुख्यतया नमक की कमी हो जाना होता है।

इससे बचाव के लिए निम्न बातों का ध्यान रखना चाहिए:- बहुत अनिवार्य न हो तो घर से बाहर न जावें, धूप में निकलने से पहले सर व कानों को कपड़े से अच्छी तरह से बांध ले, पानी अधिक मात्रा में पीये, अधिक समय तक धूप में न रहे, गर्मी के दौरान नरम, मुलायम सूती के कपड़े पहनने चाहिए, ताकि हवा और कपड़े पसीने को सोखते रहे। अधिक पसीना आने की स्थिति में ओआरएस घोल पीये, चक्कर आने, मितली आने पर छायेदार स्थान पर आराम करें तथा शीतल पेयजल अथवा उपलब्ध हो तो फल का रस, लस्सी, मठा आदि का सेवन करें।

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