कोरबा-कटघोरा,28 मई 2024। कोरबा जिले के कटघोरा वन मंडल में अधिकारियों की मनमानी सामने आई है। जहां एक ही रेंजर को उसके रेंज के अलावा चार और रेंज का प्रभार लंबे समय से सौंपा गया है। एक रेंज में तो रेंजर पदस्थ कर दिया गया है और यहीं पर प्रभारी रेंजर के तौर पर प्रशिक्षु डीएफओ को भी रेंज संभालना है लेकिन मनमानी से उन्हें भी नहीं बख्शा गया और प्रभार नहीं सौंपा जा रहा है।
कटघोरा रेंज के रेंजर अशोक मन्नेवार अपने कटघोरा रेंज के साथ-साथ जटगा रेंज, कसनिया डिपो काष्ठागार, पसान उत्पादन रेंज, पाली में चैतमा उत्पादन रेंज का भी वे प्रभार संभाल रहे हैं। किसके इशारे पर यह हो रहा है,वन महकमा जानता है।
विभागीय सूत्र ने बताया कि प्रशिक्षु डीएफओ ऋषभ कुमार जैन को जटगा रेंज का प्रभार सौंपा गया है ताकि वह रेंजर के तौर पर कार्य करते हुए अपने कार्य की बारीकियों को समझे। दूसरी तरफ विक्रांत दोहरे को जटगा का रेंजर नियुक्त किया गया है लेकिन इन दोनों को भी ना तो रेंजर मन्नेवार प्रभार सौंप रहे हैं और ना ही अधिकारी प्रभार देने के मामले में गंभीरता दिखा रहे हैं।
अब इससे समझा जा सकता है कि वह चारों दिशाओं में मौजूद रेंज का किस तरह से निरीक्षण करते हैं और जंगल संभालते हैं। दफ्तर में बैठकर दूसरे रेंज को भी वे संभाल रहे हैं और मजे की बात है कि उनके उच्च स्तर के अधिकारियों का संरक्षण प्राप्त है जो न जाने क्यों इस तरह की मनमानी की छूट दिए हुए हैं या स्वयं किसी लाभ के लिए एक रेंजर पर मेहरबान बने हैं,नियमों को तोड़-मरोड़ कर!
[metaslider id="347522"]