BJP Candidate Accused of Vandalizing Evm: ओडिशा में मतदान के दौरान इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन (EVM) से छेड़छाड़ और तोड़फोड़ करने का मामला सामने आया है. राज्य के खुर्दा में ईवीएम के साथ तोड़फोड़ किया गया है. ईवीएम से तोड़फोड़ का आरोप बीजेपी प्रत्याशी पर लगा है. मामला उजागर होने के बाद पुलिस ने आरोपी प्रत्याशी को गिरफ्तार कर लिया है. जानकारी के मुताबिक, EVM में तकनीकी गड़बड़ी के चलते उन्हें मतदान करने में काफी देर तक लाइन में इंतजार करना पड़ा था. ओडिशा में लोकसभा के साथ-साथ विधानसभा का भी चुनाव हो रहा है.
चिल्का से बीजेपी विधायक प्रशांत जगदेव इस बार खुर्दा विधानसभा सीट से चुनाव लड़ रहे हैं. बताया जा रहा है कि वो वोट डालने के लिए काफी देर से कतार में खड़े थे, लेकिन ईवीएम में तकनीकी खराबी की वजह से मतदान रुका हुआ था. इससे नाराज विधायक मतदान केंद्र पर पहुंचकर ईवीएम को तोड़ दिया. इस घटना की शिकायत वहां मौजूद अधिकारियों ने अपने वरिष्ठ अधिकारी से की. जिसके बाद पुलिस ने बीजेपी प्रत्याशी को गिरफ्तार कर लिया.
ईवीएम खराब से रुका था मतदान
एक न्यूज एजेंसी के हवाले से खबर है कि शनिवार को बेगुनिया विधानसभा क्षेत्र के बोलागाड ब्लॉक के कौंरीपटना में बूथ 114 पर बीजेपी प्रत्याशी प्रशांत जगदेव अपनी पत्नी के साथ पहुंचे, लेकिन ईवीएम खराब होने के कारण उन्हें वोट डालने के लिए कुछ देर इंतजार करना पड़ा. इससे नाराज प्रत्याशी प्रशांत जगदेव और पीठासीन अधिकारी के बीच बहस होने लगी. इसी बीच उन्होंने ईवीएम को मेज से खींचकर नीचे पटक दिया. पीठासीन अधिकारी ने इसकी जानकारी एसपी को दी. एसपी अविनाश कुमार ने कहा कि विधायक को पीठासीन अधिकारी की शिकायत के आधार पर गिरफ्तार किया गया है. एसपी ने कहा कि लोक प्रतिनिधित्व अधिनियम के अलावा जगदेव पर IPC की विभिन्न धाराओं के तहत मामला दर्ज किया गया है. कोर्ट ने प्रशांत जगदेव को न्यायिक हिरासत में भेज दिया और फिलहाल वह खुर्दा जेल में बंद है.
बीजेपी नेता ने मामले को राजनीति से प्रेरित बताया
वहीं, बीजेपी प्रत्याशी प्रशांत जगदेव पर हुई कार्रवाई पर बीजेपी ने बीजेडी पर निशाना साधा है. पार्टी के एक नेता ने कहा कि प्रशांत जगदेव पर लगे आरोप राजनीति से प्रेरित हैं. उन्होंने आरोप लगाया कि पीठासीन अधिकारी ने कई मतदाताओं के साथ दुर्व्यवहार किया और विधायक के साथ भी बदतमीजी करने की कोशिश की गई. इसपर जगदेव ने इसका विरोध किया. इस पर पीठासीन अधिकारी ने पुलिस से शिकायत कर दी. हालांकि, राज्य की सत्तारूढ़ बीजेडी ने भी मुख्य निर्वाचन अधिकारी (सीईओ) से प्रशांत जगदेव के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की है.
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