0 132 संविदा अंग्रेजी माध्यम के शिक्षकों की नहीं हुई नियुक्ति
0 1 साल पहले राज्य शासन द्वारा पद किए गए थे स्वीकृत दिए थे तत्काल नियुक्ति के आदेश शिक्षा विभाग को।
कोरबा, 26 मई । पूर्ववर्ती छत्तीसगढ़ राज्य के कांग्रेस सरकार के द्वारा कोरबा जिला नहीं अपितु समूचे प्रदेश में स्वामी आत्मानंद इंग्लिश मीडियम व हिंदी मध्यम विद्यालय संचालित कराए हैं साथ ही इन समस्त विद्यालय में निजी विद्यालय की तर्ज पर सर्व सुविधा युक्त विद्यालय बनाकर साथ ही करोड़ों रुपए खर्च कर संचालित किया जा रहा है लेकिन बड़े खेद की बात है कि सत्र 2023 -24 में कोरबा जिला अंतर्गत पसान कोरबी छुरी जिलगा बरपाली शासकीय हिंदी मध्य विद्यालय को स्वामी आत्मानंद उत्कृष्ट अंग्रेजी माध्यम विद्यालय तो खोल दिया गया लेकिन पूरे सत्र बित जाने के बाद भी उक्त चारों विद्यालय में राज्य शासन द्वारा अंग्रेजी माध्यम के शिक्षकों की कल 132 पद स्वीकृत किए गए थे जिसे कोरबा जिले के शिक्षा विभाग के जिम्मेदार अधिकारियों को तत्काल उक्त पदों पर संविदा भर्ती करने का निर्देश जारी किया गया था लेकिन पूरे सत्र बीत जाने के बाद भी एक भी अंग्रेजी माध्यम के विद्यालय में शिक्षक नियुक्त नहीं होने के कारण इस विद्यालय में अध्यनरत छात्र-छात्राओं का भविष्य अंधकार में हो गया है एक ओर जहां नवीन सत्र 2024 =25 चालू होने में महज 20 दिन से है लेकिन कोरबा जिले के शिक्षा विभाग के जिम्मेदार अधिकारियों की निष्क्रियता व लापरवाही के वजह से ऐसा नहीं लगता कि विद्यालय शुरू होने से पहले इन इंग्लिश मध्यम विद्यालय में अंग्रेजी विषय के शिक्षकों की नियुक्ति हो पाएगी एक ओर जहां इन समस्त छात्र छात्रों के भविष्य को देखते हुए शायद यही कारण है कि वर्तमान की भारतीय जनता पार्टी की सरकार छत्तीसगढ़ राज्य में है और बहुत ही सराहनीय उन्होंने निर्णय लेते हुए उक्त समस्त स्वामी आत्मानंद विद्यालय को राज्य शासन के शिक्षा विभाग के अधीनस्थ कर लिए हैं इस संबंध में समाजसेवी युवा नेता मनीराम जांगडे़ ने छत्तीसगढ़ शासन के मुख्यमंत्री व शिक्षा मंत्री सहित कोरबा जिला कलेक्टर व जिला शिक्षा अधिकारी को पत्र लिखकर मांग किया गया है कि नवीन सत्र चालू होने से पहले इन समस्त विद्यालय में अंग्रेजी माध्यम के शिक्षकों की अभिलंब संविदा नियुक्ति किया जाए ताकि इन विद्यालय में अध्ययन समस्त छात्र-छात्राओं को अच्छी से अच्छी शिक्षा मिल साथ ही जांगड़े ने अपने पत्र में उल्लेख करते हुए राज्य शासन से माँग किया हैं स्वामी आत्मानंद विद्यालय में पदस्थ चाहे वह संविदा शिक्षक हो या नियम नियमित शिक्षक उनकी वेतन तीन से चार माह में एक बार मिलता है जिससे उक्त विद्यालय के शिक्षक एवं शिक्षकों को अपने परिवार चलाने में बहुत ही कठिनाइयों की सामना करना पड़ता है इस पर भी राज्य शासन द्वारा ऐसी व्यवस्था की जाए की प्रतिमाह वेतन मिले मनीराम जांगड़े ने राज्य सरकार को पत्र लिखते हुए यदि मांग कीया
है कि कोरबा जिले के शिक्षा विभाग के जिम्मेदार अधिकारियों के द्वारा राज्य शासन के आदेश एवं निर्देशक को ठेंगा दिखाने में अक्सर आतुर रहते हैं जिनहे तत्काल प्रभाव से निलंबन करते हुए अन्यत्र स्थानांतरण की कार्यवाही किया जाए ताकि भविष्य में राज्य शासन की हर एक दिशा निर्देश का सहर्ष पालन हो और ग्रामीण क्षेत्र में अध्यनरत छात्र-छात्राओं की भविष्य के साथ कदापि खिलवाड़ ना हो।
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