बीजापुर,25 मई 2024। नक्सलियों ने पर्चा जारी करके 26 मई को बंद का आहवान किया था। लेकिन 24 की रात ही नक्सलियों ने आवापाल्ली- उसूर मार्ग को कई जगह से काटकर मार्ग अवरुद्ध कर दिया। साथ ही बैनर लगाकर मौजूदा विष्णुदेव सरकार को आदिवासी विरोधी करार दिया। दरअसल 10 मई को पिडिया में हुई मुठभेड़ में 12 नक्सलियों को मुठभेड़ में छत्तीसगढ़ की पुलिस ने मार गिराने का दावा किया था। जिसको लेकर नक्सलियों ने अपने चिरपरिचित अन्दाज़ में पर्चा जारी करके विरोध स्वरूप बन्द का आह्वान किया था।नक्सलियों ने बंद से एक दिन पहले बीजापुर उसूर सड़क को बाधित कर दिया है।
सड़क खोदकर बैनर और पर्चे लगाये गये हैं। आवापल्ली- उसूर मार्ग पर सीतापुर के पास नक्सलियों ने खोदे आधा दर्जन गड्ढे खोद दिये हैं। उसूर से जगदलपुर आने वाली बस वापसी उसूर लौट गई है बीजापुर से उसूर जाने वाली बस महादेव घाट से वापिस बस स्टैंड लौट गई है।नक्सलियों ने पर्चे जारी करके पहले ही बंद का किया था एलान। पिडिया मुठभेड़ में मारे गये 10 लोगों को ग्रामीण बताकर नक्सलियों ने बुलाया था बंद। विष्णुदेव सरकार को पर्चों में बताया आदिवासी विरोधी।
बतादें उसूर सड़क इसके पहले भी सैकड़ों बार नक्सली घटनाओं का गवाह रहा है। सीतापुर में सीआरपीएफ़ 196 बटालियन का कैम्प लगने के बाद पहली बड़ी घटना है जहां नक्सलियों ने सड़क को कई जगह से क्षतिग्रस्त किया है।
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