रायपुर, 24 मई 2024। साल के सबसे गर्म नौ दिन, जिन्हें नौतपा कहा जाता है, इसकी शुरुआत 25 मई से हो रही है और 2 जून तक रहेगी। ज्योतिषियों के अनुसार 25 मई दोपहर 3.17 बजे सूर्य के रोहिणी नक्षत्र में प्रवेश के साथ ही नौतपा शुरू होगी और कृष्ण पक्ष की द्वितीया को सूर्य कृतिका से रोहिणी नक्षत्र में प्रवेश कर आठ जून तक इसी नक्षत्र में रहेंगे।
मौसम विशेषज्ञों के अनुसार नौतपा के शुरूआती चार दिन में तो तापमान में विशेष बदलाव नहीं होगा, लेकिन प्रदेश के कुछ क्षेत्रों में बारिश के साथ अंधड़ चलने की संभावना है। मौसम विशेषज्ञों के अनुसार द्रोणिका के प्रभाव से प्रदेश में इन दिनों नमी का आना शुरू हो गया है।
इसके चलते शुक्रवार को बस्तर व सरगुजा संभाग के कुछ क्षेत्रों में अंधड़ के साथ बारिश के आसार हैं। हालांकि प्रदेश के अन्य क्षेत्रों में तापमान में कोई विशेष बदलाव नहीं होगा।
गुरुवार को रायपुर सहित प्रदेशभर में मौसम शुष्क रहा। भले ही तापमान में मामूली गिरावट रही, लेकिन उमस में बढ़ोतरी रही। रायपुर का अधिकतम तापमान 40.4 डिग्री सेल्सियस और न्यूनतम तापमान 25.7 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। अधिकतम व न्यूनतम तापमान दोनों ही सामान्य से थोड़े कम रहे, लेकिन तेज धूप के चलते उमस अधिक रही।
प्रदेश में तिल्दा रहा सबसे गर्म
गुरुवार को प्रदेशभर में तिल्दा सर्वाधिक गर्म रहा, तिल्दा का अधिकतम तापमान 42.8 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। मौसम विभाग के अनुसार आने वाले चार दिनों तक प्रदेश के अधिकतम तापमान में विशेष बदलाव नहीं होगा। प्रदेश के कुछ क्षेत्रों में अंधड़ के साथ बारिश की संभावना है।
पेंड्रा रोड का अधिकतम तापमान 39.6 डिग्री सेल्सियस और अंबिकापुर का अधिकतम तापमान 38.8 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। प्रदेश में मौसम का मिजाज फिलहाल ऐसा ही बना रहेगा और कुछ क्षेत्रों में अंधड़ चलने के साथ हल्की बारिश के आसार बने हुए हैं।
यह बन रहा सिस्टम
मौसम विशेषज्ञ एचपी चंद्रा ने बताया कि एक द्रोणिका उत्तर पश्चिम राजस्थान से झारखंड तक 0.9 किमी ऊंचाई तक फैला है। साथ ही ऊपरी हवा का चक्रीय चक्रवाती परिसंचरण पश्चिम बिहार के ऊपर 0.9 किमी ऊंचाई तक फैला हुआ है।
इसके प्रभाव से उत्तर व दक्षिण छत्तीसगढ़ के कुछ जिलों में अंधड़ चलने के साथ ही बारिश के आसार हैं। विशेषज्ञों के अनुसार 27 व 28 मई को तपिश बढ़ने की संभावना है तथा 29 मई को तापमान में थोड़ी गिरावट आएगी और तपिश कम होगी। इसके बाद 30 मई से 2 जून तक मौसम के मिजाज में विशेष बदलाव की उम्मीद नहीं है।
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