बांग्लादेश के गायब सांसद का शव कोलकाता में मिला, जांच शुरू

बांग्लादेश के सांसद अनवारुल अजीम इलाज के लिए भारत आने के बाद लापता हो गए. पिछले पांच दिनों से उनका कोई पता नहीं चल रहा था. इसके बाद बांग्लादेश खुफिया विभाग ने जांच शुरू की. मामले को लेकर भारत से भी संपर्क किया गया. बुधवार सुबह उनका शव कोलकाता के न्यू टाउन फ्लैट में मिला है, जिसके बाद हड़कंप मच गया. अजीम बांग्लादेश अवामी लीग से तीन बार के सांसद रहे हैं. उनकी मौत कैसे हुई है और इसके पीछे कौन गिरोह जुड़ा हुआ है इसको लेकर जांच शुरू कर दी गई है.

अजीम 12 मई को कोलकाता आए थे. वह एक फ्लैट पर गए. उनके साथ तीन अन्य लोग भी थे. इसके बाद 14 मई से उनका मोबाइल स्विच ऑफ जा रहा था, जिसके बाद परिवार को चिंता सताने लग गई. मामले की शिकायत सांसद की बेटी ने बांग्लादेश पुलिस को दी और पुलिस ने शिकायत दर्ज कर आगे के लिए जांच शुरू कर दी. सांसद की बेटी फिलहाल कोलकाता में है.

अजीम के मैनेजर के पास आया फिरौती के लिए कॉल

वहीं, कोलकाता में सांसद के दोस्त गोपाल विश्वास ने 18 मई को पुलिस स्टेशन में गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कराई. इसके बाद कोलकाता पुलिस एक्टिव हुई. अजीम बांग्लादेश के ट्रांसपोर्ट यूनियन से जुड़े हुई थे. उनका खुद ट्रांसपोर्ट का बिजनेस है. बताया गया है कि कल अजीम के मैनेजर के पास फिरौती के लिए फोन आया था और बड़ी रकम की मांग की गई थी.

पुलिस के मुताबिक, हत्यारे ने फिरौती की मांग की थी. अपने दोस्त के घर बिधाननगरआए सांसद सोने के आयात और निर्यात के कारोबार से भी जुड़े हैं. पुलिस का मानना है कि इस हत्या में अंतरराष्ट्रीय आपराधिक गिरोह का हाथ है. सूत्रों के मुताबिक, ये सांसद खुद सोने की तस्करी से जुड़े हुए हैं.

बांग्लादेश के गृह मंत्री ने बताई सुनियोजित हत्या

बांग्लादेश के गृह मंत्री असदुज्जमां खान ने ढाका में कहा कि सांसद की कोलकाता में हत्या कर दी गई. बांग्लादेश पुलिस ने इस सिलसिले में तीन लोगों को गिरफ्तार किया है. अब तक इसमें शामिल सभी हत्यारे बांग्लादेशी हैं. यह एक सुनियोजित हत्या थी. जल्द ही हत्या के मकसद के बारे में पता लगाया जाएगा. भारतीय पुलिस मामले में सहयोग कर रही है.

12 मई को भारत में प्रवेश करने वाले बांग्लादेश के सांसद अनवारुल अजीम को आखिरी बार 13 मई की दोपहर को देखा गया था जब वह दोस्तों के साथ मेडिकल जांच के लिए कोलकाता के पास बिधाननगर स्थित एक घर में गए थे. कोलकाता के बिधाननगर में रहने वाले एक पारिवारिक मित्र के अनुसार, सांसद ने बताया था वह दिल्ली जाएंगे, लेकिन 13 मई के बाद से उनके साथ कोई संपर्क नहीं हुआ है. ढाका में उनके परिवार और उनके दोस्त के साथ केवल मोबाइल मैसेज का आदान-प्रदान हुआ है.

क्या है हत्या की वजह?

बांग्लादेश पुलिस ने शुरुआत में एक महिला सहित चार लोगों को आरोपी के रूप में पहचाना. पुलिस ने तीन लोगों को गिरफ्तार किया है, जिनसे पूछताछ की जा रही है. हमलावर बांग्लादेशी हैं. दोनों देशों की खुफिया रिपोर्टों ने पुष्टि की है कि हत्यारे सांसद की हत्या कर बांग्लादेश भाग गए. मृतक सांसद के खिलाफ 21 पुराने आपराधिक मामले दर्ज थे. हमलावरों को पुलिस जानती है. इन हमलावरों के साथ एक पुरानी डील थी. माना जा रहा है कि इसी वजह से उसकी हत्या की गई है.

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