मध्यप्रदेश में दशकों बाद कांग्रेस के संगठन में होगा बड़ा बदलाव, पंचायत से प्रदेश तक दिखेंगे युवा चेहरे

भोपाल। मध्य प्रदेश कांग्रेस के संगठन में दशकों बाद बड़ा बदलाव होने जा रहा है। इसमें पंचायत से लेकर प्रदेश स्तर तक युवा चेहरे दिखाई देंगे। पार्टी ने पीढ़ी परिवर्तन का संदेश तो जीतू पटवारी को प्रदेश अध्यक्ष, उमंग सिंघार को विधानसभा का नेता प्रतिपक्ष और हेमंत कटारे को उप नेता बनाकर दे दिया पर अब इसका विस्तार प्राथमिक इकाई तक किया जाएगा।

इसका खाका आगामी दो माह में पार्टी ब्लाक स्तर पर मंथन कर खींचेगी। ऐसे युवाओं को आगे बढ़ाया जाएगा जो किसी गुट से नहीं बल्कि वैचारिक रूप से कांग्रेस के साथ हैं। पूर्व अध्यक्ष कमल नाथ के जिला संगठन मंत्री के प्रयोग को आगे बढ़ाने के साथ कोर कमेटी भी बनाई जाएगी। प्रदेश में कांग्रेस का संगठन दशकों तक श्यामाचरण शुक्ल, अर्जुन सिंह, दिग्विजय सिंह, कमल नाथ के ईद-गिर्द घुमता रहा है। सभी नेता अपने समर्थकों को आगे बढ़ाते रहे। इसमें ऐसे कार्यकर्ता पीछे छूट गए जो किसी गुट मेंं नहीं बल्कि वैचारिक रूप से कांग्रेस के साथ थे। पार्टी के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने संगठन में युवाओं को आगे बढ़ाने की शुरुआत की।

अरुण यादव, कमलेश्वर पटेल, जीतू पटवारी, उमंग सिंघार को केंद्रीय संगठन में जिम्मेदारी देकर आगे बढ़ाया और अब इसे और विस्तार दिया जा रहा है। दरअसल, विधानसभा चुनाव में करारी हार के बाद कार्यकर्ताओं में आई निराशा को दूर करने के लिए तत्कालीन प्रदेश अध्यक्ष कमल नाथ को हटाकर चुनाव हराने के बावजूद जीतू पटवारी को प्रदेश अध्यक्ष बनाया। अजय सिंह, रामनिवास रावत जैसे वरिष्ठ नेताओं के रहते हुए भी विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंघार और उपनेता हेमंत कटारे को बनाकर पीढ़ी परिवर्तन का संदेश दिया।

अब इसे और आगे बढ़ाने की तैयारी है। इसके लिए आगामी दो माह तक पंचायत से लेकर प्रदेश स्तर तक मंथन किया जाएगा। हर स्तर से फीडबैक लेकर नई टीम का खाका तैयार होगा। प्रत्येक स्तर पर 50 प्रतिशत तक युवाओं को मौका मिलेगा। पदाधिकारी भी सीमित ही बनाए जाएंगे। प्रदेश कांग्रेस के प्रभारी जितेंद्र सिंह का कहना है कि हर स्तर पर चर्चा कर संगठन को मजबूत किया जाएगा।युवाओं को अनुभवी व्यक्तियों के मार्गदर्शन में आगे बढ़ाया जाएगा।

कमल नाथ के प्रयोग को बढ़ाया जाएगा आगे


कमल नाथ ने प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष रहते हुए संगठन की मजबूती के लिए भाजपा की तर्ज पर जिलों में संगठन मंत्री नियुक्त किए थे। इन्हें जिले में पार्टी के सभी संगठनों के साथ समन्वय बनाकर काम करने का दायित्व दिया था। इस प्रयोग को आगे बढ़ाया जाएगा। जिला प्रभारी की व्यवस्था के साथ-साथ कोर कमेटी भी बनाई जाएगी। इसे द्वारा लिए जाने वाले निर्णय सभी संगठनों पर लागू होंगे।

सभी संगठनों में होगा बदलाव

प्रदेश कांग्रेस के साथ-साथ सभी सहयोगी संगठनों में भी बदलाव होगा। युवा कांग्रेस के कार्यकर्ताओं को प्रदेश कांग्रेस में स्थान मिलेगा। वहीं, युवा कांग्रेस की नई टीम भी बनेगी। महिला कांग्रेस भी पदाधिकारियों के काम का आकलन करके संगठन में परिवर्तन करेगी।

[metaslider id="122584"]
[metaslider id="347522"]