भुट्टे की सौंधी-सौंधी खुशबू से हर किसी का मन ललचा उठता है। बारिश की हल्की-हल्की बौछार में राह चलते नींबू और नमक लगाकर गर्म-गर्म भुट्टा भला कौन नहीं खाना चाहेगा। भुट्टा यानी के मकई, मक्का या कॉर्न। आयुर्वेद के अनुसार भुट्टा तृप्तिदायक, वातकारक, कफ, पित्तनाशक, मधुर और रूचि उत्पादक अनाज है। इसकी खासियत यह है कि पकाने के बाद इसकी पौष्टिकता बढ जाती है। तो आइये आज जानते हैं भुट्टे के सेहतभरे लाभ के बारे में…
खांसी के मरीजों के लिए भुट्टा बहुत ही लाभकारी है आप भुट्टा जलाकर उसकी राख पीस लीजिए। इसमें स्वादानुसार नमक मिला लीजिए और हर दिन कम से कम चार बार एक चौथाई चम्मच हल्का गरम पानी के साथ फांक लीजिए फिर देखिए खांसी कम हो जाएगी।
भुट्टे के पीले दानों में बहुत सारा मैग्नीशियम, कॉपर, आयरन और फॉस्फोचरस पाया जाता है जिससे हड्डियां मजबूत बनती हैं।
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