UPSC Success Story : समाज सेवा करने का ऐसा जुनून, चौथी अटेंप्ट में हासिल की 100वीं रैंक, पढ़ें सक्सेस स्टोरी


UPSC Success Story: 
सफलता की कहानियां अक्सर हमे मोटिवेट करती है, हर किसी की सफलता के पीछे संघर्ष छिपा होता है. सबके अपने-अपने संर्घष होते हैं. सक्सेस स्टोरी में आज हम बात करेंगे विजेता बी होसामानी की जिन्होंने यूपीएससी की परीक्षा पास की और आईएसस बनीं. विजेता बी होसामानी (Vijeta B Hosamani) ने चौथी बार में सफलता हासिल की है. उनका ये सफर आसान नहीं था, उन्होंने अपनी मेहनत और लगन से मंजिल को पाया है. अगर आप भी एग्जाम की तैयारी कर रहे हैं तो विजेता बी  होसामानी की कहानी से जरूर प्रभावित होंगे

UPSC परीक्षा में नॉलेज के साथ सही स्ट्रेटजी जरूरी

कर्नाटक के हुबली की रहने वाली विजेता बी  होसामानी ने साल 2023 में 100 रैंक हासिल किया था. होसामानी बताती हैं कि पहले तीन प्रयासों के बाद मुझे एहसास हुआ कि प्रीलिम्स परीक्षा केवल नॉलेज टेस्ट करने के बारे में नहीं है, बल्कि मुझे बहुविकल्पीय प्रश्नों को हल करने की योग्यता भी विकसित करनी होगी. नॉलेज के साथ-साथ एग्जाम पास करने के लिए सही स्ट्रेटजी पर काम करना जरूरी है.

कैसे मिली यूपीएससी की तैयारी करने की प्रेरणा

विजेता बी होसामानी कहती हैं कि वह समाज सेवा करना चाहती है, बचपने से ही उन्हें दूसरों की मदद करना और सेवा करना सीखाया गया था. इस बात को मानते हुए उन्होंने पहले लॉ किया लेकिन, उन्हें इस क्षेत्र में संतुष्टि नहीं मिली. वह जो करना चाहती थी नहीं कर पाई. इसलिए उन्होंने सिविल सेवा का रास्ता चुना. इसके बाद उन्होंने वर्ष 2020 में अपना पहला प्रयास देने का फैसला किया. तीन प्रयास में मिली असफलता के बाद भी उन्होंने हिम्मत नहीं हारी और लगातार मेहनत करती रही. चौथी बार में उन्होंने परीक्षा पास कर ली. होसमानी बताती हैं कि मेरी रैंक को देखते हुए मुझे उम्मीद है कि मुझे भारतीय राजस्व सेवा (IRS) मिलेगी. मैंने इसे अपनी दूसरी प्राथमिकता के रूप में चुना. मेरी पहली प्राथमिकता भारतीय प्रशासनिक सेवा (IAS) है.

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