जिला अस्पताल मे मनाया गया विश्व रेडक्रॉस दिवस




बेमेतरा 9 अप्रैल 2024: कलेक्टर सह-अध्यक्ष जिला रेडक्रास सोसायटी बेमेतरा रणवीर  शर्मा, सचिव मुख्य चिकित्सा एव स्वास्थ्य  अधिकारी डॉ एस आर चुरेन्द के मार्गदर्शन मे जिला  अस्पताल बेमेतरा  मे विश्व रेडक्रॉस  दिवस मनाया गया।इस अवसर पर सीएमएचओ डॉ चुरेन्द्र  ने रेडक्रॉस  के उद्देश्य की जानकारी दी  और निस्वार्थ मानव सेवा के लिए जागरूक किया।

जिला संगठक रेडक्रॉस उपेंद्र सेंगर ने बताया कि .
दुनिया भर के लोग हर साल 8 मई को साथ मिलकर विश्व रेड क्रॉस दिवस मनाते हैं. यह खास दिन अंतरराष्ट्रीय रेड क्रॉस आंदोलन के अहम विचारों की सराहना करने के लिए दुनिया भर में कार्यक्रम बन गया है. हम इस दिन का उपयोग हेनरी डुनेंट को याद करने के लिए करते हैं. उन्होंने रेड क्रॉस की अंतर्राष्ट्रीय समिति की शुरुआत की. वह नोबेल शांति पुरस्कार जीतने वाले पहले व्यक्ति थे.

विश्व रेड क्रॉस दिवस 2024 की थीम

हर साल, इस विश्व रेड क्रॉस दिवस की एक खास थीम होती है. इस दिन हर किसी को शांति के लिए कुछ अच्छा करने के लिए प्रोत्साहित किया जाता है. विश्व रेड क्रॉस दिवस 2024 की थीम है ” “I give with joy, and the joy I give is a reward. यानी मैं खुशी के साथ देता हूं, और जो खुशी मैं देता हूं वह एक इनाम है.” इस थीम में मानवीय कामों में लगे रहने और रेड क्रॉस के मिशन का समर्थन करने से आने वाले खुशियों और पुरस्कार पर फोकस डाला गया है.

रेड क्रॉस मूवमेंट के मानवीय मूल्य
यह खास दिन लोगों को उदारता, सहानुभूति और निस्वार्थता की भावना को अपनाने के लिए प्रोत्साहित करता है. रेड क्रॉस के मानवीय प्रयासों के केंद्र में यह लक्ष्य है. यह खास अवसर रेड क्रॉस मूवमेंट के बेहद मानवीय मूल्यों और गतिविधियों को सामने लाने के लिए काम करता है. रेड क्रॉस संगठन दुनिया भर में तमाम तरह की प्राकृतिक आपदाओं, सशस्त्र संघर्षों और बाकी संकटों से प्रभावित लोगों को राहत और मदद पहुंचाने में बड़ी भूमिका निभाते हैं.

विश्व रेड क्रॉस दिवस का इतिहास

विश्व रेड क्रॉस दिवस की शुरुआत प्रथम विश्व युद्ध के बाद की महत्वपूर्ण घटनाओं से हुई है. उस दौरान रेड क्रॉस ने शांति को बढ़ावा देने में महत्वपूर्ण योगदान दिया था. 1934 में टोक्यो में 15वें अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन में रेड क्रॉस ट्रूस रिपोर्ट प्रस्तुत की गई, जिसमें संघर्षों के दौरान घायल सैनिकों की सुरक्षा के सिद्धांतों को सामने रखा गया था.

हालांकि, इसे 1946 में द्वितीय विश्व युद्ध के दौरान लागू किया गया था. इस प्रस्ताव के कारण रेड क्रॉस स्वयंसेवकों और कर्मचारियों के समर्पण और साहस को पहचानने के लिए 8 मई को हेनरी डुनेंट की जयंती का वार्षिक उत्सव मनाया गया था. तब से इस दिन को विश्व रेड क्रॉस दिवस के रूप में मनाया जाता है.


इस अवसर पर सीएमएचओ डॉ संत राम चुरेंद्र,आरएमओ डॉ दीपक निराला, जिला नोडल अधिकारी डॉ के डी साहू, जिला संगठन रेडक्रास सोसायटी उपेंद्र सेंगर,प्रभारी जिला मीडिया अधिकारी संजय तिवारी,मेट्रन रेखा कविलास, सहायक नेत्र चिकित्सा अधिकारी विजय देवांगन,दीपा शर्मा,नार्शिंग ऑफिसर गुरु प्रसाद देवांगन,एसटीआई परामर्शदाता विनेश्वर के साथ जिला चिकित्सालय के डॉक्टर,पैरामेडिकल,नार्शिग चतुर्थ श्रेणी स्टाफ मरीजों के परिजन उपस्थित रहे ।