राजस्थान के बाड़मेर से हैरान करने वाला मामला सामने आया है. यहां छोटे भाई की नीट परीक्षा देते हुए बड़ा भाई पकड़ा गया है. एग्जाम प्रबंधन का आरोप है कि वह एग्जाम में डुप्लीकेट कैंडिडेट बनकर आया था, जिस पर शक होने पर वहां पुलिस को कॉल कर बुलाया गया.
फिलहाल पुलिस ने दोनों भाइयों को गिरफ्तार कर लिया है और आगे की जांच जारी है.
बीते रविवार को नीट यूजी के परीक्षा आयोजित हुई थी. इसके लिए बाड़मेर में 8 एग्जाम सेंटर बनाए गए थे. यह घटना अंतरी देवी राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय की है. यहां मौजूद टीचर को एग्जाम देने आए एक परीक्षार्थी पर शक हुआ था, जिसके बाद चेकिंग की गई तो वह असली परीक्षार्थी नहीं पाया गया. इसके बाद वहां पुलिस को कॉल कर मामले की सूचना दी गई.
क्या बताया आरोपी ने?
वहीं, जानकारी मिलते ही पुलिस की टीम मौके पर पहुंच गई. पुलिस ने इस दौरान उसे हिरासत में लिया. इसके बाद पुलिस की टीम ने लड़के से पूछताछ की तो उसने सारा सच कबूल लिया.आरोपी युवक के मुताबिक, उसका नाम भागीरथ राम है और वह अपने छोटे भाई गोपाल राम की जगह डमी अभ्यर्थी बनकर परीक्षा देने आया था लेकिन इससे पहले पकड़ा गया.भागीरथ ने पिछले साल तमाम प्रयासों के बाद नीट के एग्जाम में सफलता हासिल की थी. वह भागीरथ राम जोधपुर मेडिकल कॉलेज का फर्स्ट ईयर का विद्यार्थी है.
भाई को बनाना चाहता था डॉक्टर
पुलिस के मुताबिक, जांच में सामने आया कि छोटे भाई की जगह परीक्षा देने आया भागीरथ राम खुद कई प्रयासों के बाद पिछले साल आयोजित हुई नीट यूजी की परीक्षा में सफल हुआ और जोधपुर मेडिकल कॉलेज में एमबीबीएस के प्रथम वर्ष का विद्यार्थी है. वह अपने छोटे भाई को डॉक्टर बनाने के लिए उसकी जगह फर्जी अभ्यर्थी बनकर परीक्षा देने पहुंचा था लेकिन इससे पहले ही पकड़ा गया. फिलहाल पुलिस ने आरोपी भागीरथ के भाई गोपाल राम को भी गिरफ्तार कर लिया है. पुलिस दोनों से पूछताछ में जुटी है.
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