मध्यप्रदेश में कांग्रेस को एक और झटका लगा है। बीना से कांग्रेस की विधायक बनी निर्मला सप्रे ने आज पार्टी छोड़ भाजपा का दामन थाम लिया है। मुख्यमंत्री मोहन यादव की सभा के दौरान राहतगढ़ में निर्मला ने भाजपा की शपथ ली।
निर्मला सप्रे ने विधानसभा चुनाव में भारतीय जनता पार्टी के प्रत्याशी तथा दो बार की विधायक महेश राय को 6000 से अधिक मतों से पराजित किया था। जिले की आठ विधानसभा सीटों में से एकमात्र बीना विधानसभा क्षेत्र से कांग्रेस की प्रत्याशी निर्वाचित हुई थी।
जीतू पटवारी को घेरा
विधायक निर्मला सप्रे ने भाजपा में जाने के बाद कहा कि कुछ दिन पहले मध्य प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष जीतू पटवारी ने महिलाओं के सम्मान में कुछ गलत बात कही थी, मैं भी आरक्षित वर्ग से महिला विधायक हूं और उसे बात से मुझे बहुत ठेस लगी इसलिए मैंने भाजपा को चुना, क्योंकि यहां महिलाओं का सम्मान है।
निर्मला के निर्णय से सब चौंके
निर्मला सप्रे के अचानक भाजपा ज्वाइन करने से सब चौंक गए। यहां तक की भाजपा नेताओं सहित कांग्रेस के नेता भी आश्चर्यचकित रह गए। रविवार सुबह तक निर्मला सप्रे के भाजपा में जाने की खबर ना तो स्थानीय पदाधिकारी को थी और ना ही कांग्रेस नेताओं को।
सीएम की सभा के दौरान ही सभी को इसकी जानकारी मिली। माना जा रहा है कि निर्मला के इस निर्णय के पीछे खुरई से पूर्व विधायक अरुणोदय चौबे तथा मंत्री गोविंद सिंह राजपूत की भूमिका हो सकती है।
कांग्रेस विधायक के भाजपा में जाने के साथी यह भी लगभग तय हो गया कि बीना विधानसभा क्षेत्र में एक बार फिर चुनाव होगा। भाजपा जिला अध्यक्ष गौरव सिरोठिया ने विधायक निर्मला सप्रे के भाजपा में शामिल होने के निर्णय का स्वागत किया। उन्होंने कहा कि अब बीना क्षेत्र का विकास और अधिक गति से होगा। वहीं ग्रामीण कांग्रेस जिला अध्यक्ष सागर डॉ आनंद अहिरवार ने इस पर हैरत जताई है।
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