छत्तीसगढ़ में सात लोकसभा सीटों पर होने वाले तीसरे चरण के मतदान को लेकर चुनाव-प्रचार अंतिम चरण में हैं. सभी पार्टियां लोकसभा चुनाव जीतने पूरी कोशिश कर रहे हैं. दावे-और वायदे की लड़ाई भी खूब जोरो से चल रहे हैं. वही अब बात करें चुनाव की तारीखों की तो अंतिम दो दिन बचे हैं जब 7 मई को लोकसभा का चुनाव होना हैं. यानि कि लोकसभा रण के लिए चुनाव प्रचार-प्रसार के लिए अंतिम दो दिन शेष है।
इन दो दिनों में भाजपा-कांग्रेस दोनों पार्टियों ने ताकत झोंक दी है। मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय की पांच मई शाम तक लगातार चुनावी सभाएं हैं, वहीं कांग्रेस में पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल मोर्चा संभाले हुए हैं। सभा के माध्यम से चुनाव प्रचार की अनुमति पांच मई को शाम पांच बजे तक होगी। इसके बाद प्रत्याशी घर-घर जाकर जनसंपर्क कर सकते हैं। चुनावी आचार संहिता के प्रभावी होने के पहले चार और पांच मई को भाजपा-कांग्रेस की कई बड़ी सभाएं होगी। भाजपा-कांग्रेस के स्टार प्रचारकों में भी चार व पांच मई को प्रदेश के चुनावी सभाओं में मुख्यमंत्री चार मई को पांच बड़ी सभा लेंगे.
वहीं उप मुख्यमंत्री अरुण साव, विजय शर्मा सहित अन्य प्रत्याशी अपने क्षेत्रों में चार से ज्यादा विधानसभा को साधेंगे। कांग्रेस में भी कुछ इसी तरह की रणनीति बनाई गई है। यहां प्रदेश प्रभारी सचिन पायलट डटे हुए हैं। साथ ही गांव से लेकर शहर तक पार्टियों ने कार्यकर्ताओं को अपने क्षेत्रों में बूथवार जनसंपर्क के निर्देश दिए हैं। आखिरी दो दिनों में ज्यादा से ज्यादा मतदाताओं को साधने के लिए पार्टियों ने सारा अमला झोंक दिया है। तीसरे चरण में सात सीटों पर कुल 1.39 करोड़ मतदाता हैं, जिसमें महिला मतदाताओं की संख्या 69 लाख 67 हजार 544 व पुरुष मतदाताओं की संख्या 69 लाख 33 हजार 121 हैं।
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