छत्तीसगढ़ : IAS-IPS दंपत्ति ने परीक्षा परिणाम से उपजे तनाव को दूर करने दिए टिप्स, फेसबुक लाइव में कहा- जीवन के किसी भी स्टेज में आ सकती है असफलता

0 आईएएस–आईपीएस दंपत्ति ने परीक्षा परिणाम से उपजे तनाव से निपटने के लिए फेसबुक लाइव में विद्यार्थियों को टिप्स दिए। साथ ही उन्होंने पालकों व शिक्षकों से भी सकारात्मक अप्रोच बनाए रखने की बात कहते हुए उन्हें प्रेरित किया।

बिलासपुर, 04 मई। बोर्ड परीक्षा परिणाम से उपजे तनाव को दूर करने के लिए बिलासपुर जिले में पदस्थ आईएएस अमित कुमार व उनकी पत्नी आईपीएस पूजा कुमार ने फेसबुक लाइव में सुझाव दिए। इस दौरान अफसर दंपत्ति ने कहां कि तनाव से निपटने के लिए जरुरी है कि जीवन में कोई न कोई हॉबी अवश्य विकसित करें और खेलों से जुड़े। दूसरा उन्होंने बताया कि असफलता जीवन में किसी भी स्टेज में किसी भी पद पर रहते हुए मिल सकती है। स्टीव जॉब्स का उदाहरण देते हुए कहा कि कॉलेज ड्रॉप आउट होने के बाद उन्होंने एप्पल कंपनी खड़ी की फिर वहां से अलग हुए
और फिर से सीईओ बने। इसके साथ ही थॉमस अल्वा एडिशन की माता की तरह मोटिवेशन देने के लिए प्रेरित किया।

फेसबूक लाइव में अमित कुमार,आई.ए.एस., आयुक्त नगर पालिक निगम बिलासपुर एवं संध्या 5 बजे पूजा कुमार, सी.एस.पी कोतवाली बिलासपुर द्वारा बच्चों, पालकों एवं शिक्षकों से सीधा संवाद किया गया। अमित कुमार कमिश्नर नगर निगम ने फेसबुक लाईव में बच्चों को संबोधित करते हुए कमिश्नर नगर निगम ने कहा कि तैयारी करना और परीक्षा देना आपके हाथ में है। यदि परिणाम अपेक्षा से कम आता है तो उसे भूल कर बजाए दुखी होने के दुगने जोश के साथ आगे की तैयारी करे। पालकों से बात करते हुए अमित कुमार ने कहा कि हर पिता अपने बच्चे को डाक्टर, इंजीनियर बनने हेतु बच्चे के दिमाग में “बबल क्रिएट ‘ कर देते है। अपने एस्पेक्टेशन के आगे बच्चे की क्षमता और रूचि को ध्यान नही रखते। ध्यान रखिए कि हर बच्चे का पोटेंशियल और रूचि भिन्न-भिन्न होता है। अतः रांग बबल क्रियेट करने के बजाए बच्चे को आकाश में उन्मुक्त उड़ान भरने दीजिए। उन्होने थामस एल्वा एडिसन और एप्पल के फाउंडर स्टीव जान्स का उदाहरण देते हुए बताया कि ये बहुत बुरे छात्र और कर्मचारी थे जिन्हे स्कूल और कम्पनी से निकाल दिया गया था। किंतु इनके माता-पिता पाजिटिव एप्रोच के कारण इन्हें पूरे विश्व में इनकी पहचान है

         शिक्षकों से बाते करते हुए अमित कुमार ने कहा कि बच्चों के अटेंशन पीरियड को बढ़ाकर उनका मन प्रबंधन एवं माइंड सेट करना जरूरी है। शिक्षक बच्चों के एक्सपैटेशन, एन्जाईटी और फीयर को पहचाने और असफल बच्चों से व्यक्तिगत बात करें। अंत में बच्चों के प्रश्नों का उत्तर देते हुए आयुक्त नगर निगम ने कहा कि एक रिजल्ट से न आपका कैरियर बनता है, न ही खत्म होता है। अतः कभी रूकना

नही, थकना नही, बाधाऐं आयेंगी और नए चैलेंज को स्वीकार करना है। सफलता आपको अवश्य मिलेगी ।

फेसबुक लाईव में शाम को पूजा कुमार आईपीएस सी.एस.पी. कोतवाली ने बच्चों से संवाद करते हुए कहा परीक्षा के परिणाम के अलावा भी जीवन में बहुत कुछ है जीवन में बहुत सारे अवसर या संभावनाएं हैं, आत्मविश्वास बनाएं रखें और असफलता को स्वीकार करें। सीएसपी पूजा कुमार ने बच्चो को बहुत से कैरियर विकल्पों के बारे में जानकारी दी, उन्होंने कहा कि अपनी असफलता को स्वीकार करना जरूरी है दूसरों से तुलना न करें और अपने भाग्य पर विश्वास करते हुए आगे कदम बढ़ाए।

[metaslider id="122584"]
[metaslider id="347522"]