कोरबा में बाल गृह के सामने लगे बेबी झूला में किसी ने नवजात को छोड़ दिया। संचालक मंडल के सदस्यों ने निरीक्षण किया तो एक कैरी बैग मिला, जिसमें पड़ोसी जिले का नाम लिखा हुआ था। फिलहाल नवजात पूरी तरह स्वस्थ है और उसे मातृछाया में रखा गया है। बताया जा रहा है कि लोक लाज या फिर बेटी होने के कारण नवजात को छोड़ा गया है।
दरअसल, मामला दर्री थाना क्षेत्र का है। रोजाना की तरह गुरुवार की सुबह भी संस्था के कर्मचारी बाल गृह में अपना काम निपटा रहे थे। इसी दौरान करीब 10 बजे बाल गृह का कर्मचारी कृष्ण कुमार साहू बाहर निकले। इसी दौरान उनकी नजर बेबी झूला पर पड़ी। इस झूले में एक नवजात (बालिका) थी। इसकी जानकारी कृष्ण कुमार ने संस्था के डायरेक्टर डिक्सन मसीह को दी।
जांजगीर-चांपा जिला के केरा चौक लिखा है
सूचना मिलते ही डायरेक्टर डिक्सन मसीह संचालक मंडल के अन्य सदस्यों के साथ मौके पर पहुंचे। उन्होंने नवजात शिशु का निरीक्षण किया तो वह पूरी तरह स्वस्थ मिली। उसे कुछ ही समय पहले किसी ने छोड़ा था। सदस्यों को पालने के पास ही एक कैरी बैग भी मिला, जिसमें जांजगीर-चांपा जिला के केरा चौक लिखा हुआ है। इसके बाद नवजात बच्ची के लिए दूध का इंतजाम किया गया।
नवजात को कोरबा स्थित मातृछाया भेजा गया
बाल गृह के सदस्यों ने दर्री पुलिस को मामले से अवगत कराते हुए नवजात को कोरबा स्थित मातृछाया भेज दिया है। बता दें कि दर्री में ओवरब्रिज शिक्षक कालोनी के पास महिला और बाल विकास विभाग का बाल गृह (बालक) स्थित है। इसका संचालन सोशल रिवाइवल ग्रुप ऑफ अर्बन रूरल एंड ट्राइबल संस्था द्वारा किया जा रहा है। संस्था द्वारा बाल गृह के सामने ही बेबी झूला लगाया गया है।
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