लोकसभा चुनाव 2024 की चुनावी सरगर्मी के बीच देश के सियासी गलियारे से दुखद खबर सामने आई है। दरअसल भाजपा सांसद वी श्रीनिवास प्रसाद का निधन हो गया। उन्होंने बेंगलुरु के एक निजी अस्पताल में अंतिम सांस ली। सांसद वी श्रीनिवास प्रसाद 76 वर्ष के थे और चामराजनगर से चुनाव जीतकर सदन तक पहुंचे थे। बता दें कि वी श्रीनिवास चामराजनगर से 7 बार सांसद और नंजनगुड से 2 बार विधायक रहे और उन्होंने हाल ही में चुनावी राजनीति से संन्यास लेने का ऐलान किया था।
मिली जानकारी के अनुसार वी श्रीनिवास प्रसाद लंबे समय से बीमार चल रहे थे, जिसके बाद उन्हें 22 अप्रैल को अस्पताल में भर्ती कराया गया था। यहां उनका उपचार आईसीयू में चल रहा था, लेकिन हालत सुधरने के बजाए बिगड़ती ही जा रही थी। रविवार देर रात मल्टी-ऑर्गन फेल्योर की वजह से उनका निधन हो गया। अंतिम दर्शन के लिए उनका पार्थिव शरीर आज मैसूरु में उनके जयलक्ष्मीपुरम आवास पर लाया जाएगा।
गौरतलब है कि वी श्रीनिवास प्रसाद का जन्म 6 जुलाई, 1947 को मैसूर के अशोकपुरम में हुआ था। उन्होंने 17 मार्च, 1974 को कृष्णराज विधानसभा क्षेत्र के उपचुनाव में निर्दलीय के रूप में चुनावी राजनीति में प्रवेश किया। वह बचपन से 1972 तक राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) के स्वयंसेवक थे और जनसंघ और अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (ABVP) में एक्टिव थे। एक दलित नेता और राजनीतिज्ञ होने के अलावा, वह पढ़ाई में भी अच्छे थे।
वी श्रीनिवास प्रसाद कुल 14 चुनाव लड़े, जिनमें से आठ में जीत हासिल की, उन्होंने चामराजनगर निर्वाचन क्षेत्र से नौ लोकसभा चुनाव लड़ा और छह में विजयी हुए। उन्होंने 1999 से 2004 तक लोकजनशक्ति सांसद के रूप में एबी वाजपेयी मंत्रिमंडल में केंद्रीय मंत्री के रूप में कार्य किया। वह दो बार विधायक चुने गए और कर्नाटक के राजस्व मंत्री के रूप में कार्य किया। कांग्रेस, फिर जनता दल (यूनाइटेड) में शामिल होने और फिर कांग्रेस में लौटने से पहले उन्होंने 1980 में जनता पार्टी के सदस्य के रूप में अपनी लोकसभा यात्रा शुरू की। 2016 में सिद्धारमैया कैबिनेट से हटाए जाने के बाद वह बीजेपी में शामिल हो गए।
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