पीएटी यानी शुद्ध मुनाफा सालाना आधार पर 160% बढ़कर 24,861 करोड़ रुपये हुआ
समेकित आरओए 1.84% और समेकित आरओई 19.29%, क्रमशः 13% और 14% की बैलेंस्ड डिपॉजिट और कर्ज वृद्धि
भारत में निजी क्षेत्र के सबसे बड़े बैंकों में से एक, एक्सिस बैंक ने आज अपने वित्त वर्ष 24 की चौथी तिमाही और वार्षिक परिणामों की घोषणा की। इसमें 24,861 करोड़ रुपये का वार्षिक शुद्ध लाभ दर्ज किया गया। वित्त वर्ष 23 में 9,580 करोड़ की तुलना में यह 160% अधिक रहा। वित्त वर्ष 24 में बैंक की शुद्ध ब्याज आय (एनआईआई) सालाना आधार पर 16% और तिमाही आधार पर 11% बढ़कर 49,894 करोड़ रुपये हो गई। वित्त वर्ष 23 में यह 42,946 करोड़ रुपये थी। वित्त वर्ष 24 की चौथी तिमाही के लिए शुद्ध ब्याज मार्जिन (एनआईएम) 4.06% रहा और तिमाही में 5 बीपीएस की वृद्धि हुई।
चालू एवं बचत खाता (कासा) में तिमाही आधार पर 8% की वृद्धि हुई और कासा अनुपात 43% रहा। 31 मार्च, 2024 को, बैंक का सकल एनपीए और शुद्ध एनपीए स्तर क्रमशः 1.43% और 0.31% था, जबकि 31 मार्च, 2023 को यह 2.02% और 0.39% था। बैंक की आय सालाना आधार पर 28% और तिमाही आधार पर 23% बढ़कर वित्त वर्ष 24 में 20,257 करोड़ रुपये रही। रिटेल शुल्क में सालाना आधार पर 33% और तिमाही आधार पर 12% की वृद्धि हुई। यह बैंक की कुल शुल्क आय का 74% था। बैंक का समग्र पूंजी पर्याप्तता अनुपात (सीएआर) 16.63% और सीईटी 1 अनुपात 13.74% था। बैंक की घरेलू सहायक कंपनियों ने वित्त वर्ष 2024 में 1,591 करोड़ रुपये के पीएटी के साथ स्थिर प्रदर्शन किया, जो साल-दर-साल 22% अधिक है। बैंक ने तिमाही के दौरान 125 और वित्त वर्ष 2024 की अवधि में कुल मिलाकर 475 शाखाएँ जोड़ीं, जिससे उसका समग्र वितरण नेटवर्क 5,377 घरेलू शाखाओं और 2,963 केंद्रों में स्थित विस्तार काउंटर्स तक पहुँच गया, जबकि 31 मार्च, 2023 तक 2,741 केंद्रों में स्थित 4,903 घरेलू शाखाएँ और विस्तार काउंटर्स थे।
एक्सिस बैंक भुगतान और डिजिटल बैंकिंग में मजबूत स्थिति बनाए हुए है। एक्सिस मोबाइल और एक्सिस पे के ~11 मिलियन गैर-एक्सिस बैंक ग्राहक हैं। बैंक 19.8% की बाजार हिस्सेदारी और पिछले एक साल में 28% की वृद्धिशील हिस्सेदारी के साथ मर्चेंट एक्वायरिंग में सबसे बड़ा बैंक है। बैंक रिटेल डिजिटल बैंकिंग क्षेत्र में भी शीर्ष बैंकों में बना हुआ है।
एक्सिस बैंक के एमडी और सीईओ अमिताभ चौधरी ने कहा, “वित्त वर्ष 2024 में, एक्सिस बैंक ने लगातार प्रगति की राह बनाई। जबकि हमने अपने प्रमुख प्राथमिकता वाले क्षेत्रों- भारत बैंकिंग, डिजिटल और स्पर्श (हमारा ग्राहक जुनून कार्यक्रम) पर लगातार ध्यान केंद्रित किया है, मेरा मानना है कि हम अपने रास्ते में आने वाले कुछ आकर्षक नए अवसरों को चुनने में भी सक्षम थे। हमारा सिटी एकीकरण पटरी पर है, और हम अगले छह महीनों में एलडी2 की ओर आगे बढ़ने में सक्षम होंगे। अपने सिद्धांत “दिल से ओपन” को ध्यान में रखते हुए और डीईएंडआई को अपने मुख्य स्तंभों में से एक के रूप में, हमने इकोसिस्टम में एक विविध और समावेशी कार्यबल तैयार करने में प्रगति की है।
[metaslider id="347522"]