राजनांदगांव। पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल पर इन दिनों मुसीबतों का पहाड़ टूट पड़ा है। पूर्व सीएम भूपेश बघेल पर एक के बाद एक कई आरोप लग रहे हैं। कभी पार्टी के कार्यकर्ता उन पर मनमानी करने और अनदेखी करने का आरोप लगाते हैं तो कभी जनता की ओर से कई गंभीर आरोप लगते हैं। इसी बीच खबर आ रही है कि निलंबित आरक्षक संजीव मिश्रा ने भूपेश बघेल पर गंभीर आरोप लगाए हैं।
निलंबित आरक्षक संजीव मिश्रा ने मीडिया से बात करते हुए कहा है कि आरक्षकों का वेतन बढ़ाने की मांग करने पर भूपेश बघेल सरकार ने मेरे खिलाफ 8 एफआईआर दर्ज कराई। मेरे खिलाफ राजद्रोह के दो मामले भी दर्ज किए गए और मुझे और मेरे ससुर को जेल भेज दिया। इतना ही नहीं सीएम रहते हुए उन्होंने मेरे और मेरे परिवार को तबाह कर दिया। इसलिए मैं जनता से अपील करता हूं कि राजनांदगांव लोकसभा सीट पर सोच-समझकर ही वोट करें।
बता दें कि हाल ही में पूर्व सीएम भूपेश बघेल पर दिवंगत विधायक देवव्रत सिंह की पत्नी विभा सिंह ने गंभीर आरोप लगाए थे। विभा सिंह ने एक वीडियो जारी कर कहा था कि मैं राजनांदगाव क्षेत्र की जनता से अपील करना चाहती हूं। भूपेश बघेल और पद्मा सिंह ने मिलकर महल को खत्म किया। महल पर पत्थर बरसाए, हमारे ऊपर जानलेवा हमला करवाया। हमारे महल को बंद करवा कर महल की राजनीति खत्म कर दी। राजा साहब के जिंदा रहते भी उन्होंने यही किया। उन्हें खून के आंसू रुलाए उन्हें पार्टी से बाहर किया। कांग्रेस पार्टी से हमारे परिवार को बरसों पुराना रिश्ता रहा है लेकिन राजा देवव्रत सिंह का सम्मान नहीं किया गया। उनके निधन के बाद कभी उनकी मूर्ति बनाकर कभी उनका नाम लेकर वोट मांगे जा रहे हैं।
विभा सिंह का कहना है कि भूपेश बघेल ने दावा किया है कि पद्मा उनकी पत्नी है, लेकिन शायद उनका नहीं पता है कि देवव्रत सिंह के साथ उनका तलाक हो गया था। पद्मा ने भी तलाक के बाद दूसरे शख्स के साथ घर बसा ली थी। भूपेश बघेल ने कहा कि मैं किसी विभा सिंह को नहीं जानता। उन्होंने आगे कहा कि ये सब जो हुए, मेरे पर जनलेवा हमला हुआ उसके पीछे भूपेश बघेल का ही हाथ है। पद्मा और भूपेश बघेल ने मिलकर मेरे साथ ये सब किया।
[metaslider id="347522"]