जांजगीर-चाम्पा, 24 अप्रैल, 2024/ 25 अप्रैल को विश्व मलेरिया दिवस के रूप में आयोजित किया जा रहा है। इस वर्ष मलेरिया दिवस की इस साल की थीम ‘‘अधिक न्यायसंगत दुनिया के लिए मलेरिया के खिलाफ लड़ाई में तेजी लाना‘‘ है। इस अवसर पर मलेरिया के प्रति जागरूकता लाने पर जिला, विकासखण्ड एवं ग्राम स्तर पर प्रचार-प्रसार किया जा रहा है।
मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी ने बताया कि जिले में वर्ष 2000 में 5,303 और वर्ष 2023 में 16 केस पाए गए थे। इस प्रकार जिले में मलेरिया के केसेस काफी हद तक कम हुए हैं। नेशनल फ्रेमवर्क फार मलेरिया इराडिकेशन के तहत् 2030 तक मलेरिया उन्मूलन हेतु लक्ष्य निर्धारित किया गया है।
मलेरिया के कारण, सावधानियां और उपचार –
मलेरिया मादा एनाफिलीज मच्छर के काटने से होता है। ठंड के साथ कपकपी आना, तेज बुखार, पसीना आना, सिर दर्द, बदन दर्द, उल्टी, दस्त, खांसी और झटके मलेरिया के लक्षण है। लक्षण दिखने पर तुरन्त मितानिन, स्वा. कार्यकर्ता से रक्तपट्टी/आर.डी.कीट से मलेरिया की जांच करायंे। मलेरिया की जांच एवं दवाईयां सभी स्वास्थ्य कार्यकर्ता/केन्द्रों में निःशुल्क उपलब्ध है उनसे संपर्क कर सकतें हैं।
रोकथाम –
घर के आस-पास कही भी पानी जमा न होने दे। छत पर रखी पानी की टंकीयों को साफ तथा डंक कर रखें। कूलर तथा पानी के बडे बर्तनो को सप्ताह मे एक बार सुखाने के बाद ही उपयोग में लावें। कुॅए, तालाब आदि मे लार्वा भक्षी गम्बूजिया मछलियों को डालें। सोते समय किटनाशक से उपचारित मच्छरदानी का उपयोग करें। जमा हुए पानी में जला हुआ मोबिल ऑयल अथवा मिटटी का तेल अवश्य डाले। पुरे बाजु वाले कपडे पहने।
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