छत्तीसगढ़ के कथित शराब घोटाला मामले में न्यायिक रिमांड पर चल रहे रिटायर्ड IAS अनिल टुटेजा के मुताबिक ईडी के अफसरों ने उन्हें रातभर अपने पास बैठाकर रखा। सोने नहीं दिया। वहीं एक दिन की न्यायिक रिमांड के बाद उन्हें मंगलवार को डीजे कोर्ट में पेश किया गया जहां से फिर 2 दिन की न्यायिक रिमांड पर भेज दिया गया है।
इससे पहले रविवार को सुनवाई के दौरान टुटेजा के वकील ने कोर्ट में पक्ष रखते हुए ED की रिमांड पर आपत्ति जताई थी। उन्होंने सुप्रीम कोर्ट से शराब घोटाले केस में ED की ECIR को रद्द करने की बात कही। इस पर ED के वकील ने अपना तर्क पेश करते हुए कहा कि, रायपुर के एंटी करप्शन ब्यूरो की FIR के आधार पर नई ECIR दर्ज की है। जिसमें नए सिरे से ED जांच कर रही है।
प्रवर्तन निदेशालय ने अनिल टुटेजा को रविवार को कोर्ट में पेश किया।
वीडियो कॉन्फ्रेंस से हुई पेशी
रिटायर्ड IAS अफसर अनिल टुटेजा को मंगलवार को वीडियो कॉन्फ्रेंस के जरिए कोर्ट में पेश किया गया था। जेल प्रबंधन ने सुरक्षा के लिए पर्याप्त बल उपलब्ध नहीं होने के कारण कोर्ट लाने में असमर्थता जताई थी। PMLA कोर्ट के स्पेशल जज छुट्टी से वापस आने के बाद 24 अप्रैल को टुटेजा को फिर पेश किया जाएगा। वहीं से रिमांड लेने के निर्देश डीजे कोर्ट ने दिए हैं।
इससे पहले, शनिवार को ED ने अनिल टुटेजा और उनके बेटे यश टुटेजा को ACB-EOW ऑफिस से हिरासत में लिया था। वहीं, पूछताछ के बाद बेटे यश को छोड़ दिया गया।
दिन में हो पूछताछ
टुटेजा के वकील ने कोर्ट में आवेदन पेश कर मांग की है कि अनिल टुटेजा की तबीयत खराब रहती है। इसलिए उनसे जो भी पूछताछ करनी है दिन की जाए। रात के समय कोई पूछताछ ना हो। साथ ही कोर्ट में कहा गया कि टुटेजा बीमार रहते है। उन्हें डाइट के तहत भोजन दिया जाता है। इसलिए घर से भोजन देने की मांग की है।
आज होगी लंबी बहस
रविवार को कोर्ट बंद होने के कारण ED ने अनिल टुटेजा को जेएमएफसी कोर्ट में पेश किया गया था। वहीं आज पीएमएलए स्पेशल कोर्ट में टुटेजा को पेश किया जाएगा। जहां ED 14 दिन की रिमांड लेने की कोशिश करेगी। वहीं, बचाव पक्ष सुप्रीम कोर्ट के फैसले और ED की रिमांड पर आपत्ति जताएगा। इस मामले में कोर्ट में आज लंबी बहस चलेगी।
पहले सुप्रीम कोर्ट से मिली थी राहत
छत्तीसगढ़ में शराब घोटाला केस में 8 अप्रैल को मनी लॉन्ड्रिंग मामले में ED की ECIR को सुप्रीम कोर्ट ने रद्द कर दिया था। इसके साथ ही अनिल टुटेजा और उनके बेटे यश समेत 6 आरोपियों को राहत मिली थी। लेकिन, सुप्रीम कोर्ट के फैसले के 2 दिन बाद ही इस केस में ACB-EOW की FIR को अधार बनाते हुए प्रवर्तन निदेशालय ने नई ECIR दर्ज की थी।
आर्किटेक्ट ऑफ लिकर स्कैम
ED ने अनिल टुटेजा की गिरफ्तारी में कई आधार बताए हैं। करीब 16 पन्नों पर ED ने ग्राउंड ऑफ अरेस्ट का ब्योरा दिया है। ED ने कहा है कि शराब घोटाले में अनवर ढेबर ने सिंडिकेट बनाया और उस सिंडिकेट को सबसे ज्यादा पावर अनिल टुटेजा से मिलती थी, जो कंट्रोलर की भूमिका में थे। ED ने उन्हें आर्किटेक्ट ऑफ लिकर स्कैम बताया है।
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