Amul issued alert: सोशल मीडिया में इन दिनों एक वीडियो तेजी से वायरल हो रहा है. जिसमें अमूल दूध की गुणवत्ता पर सवाल उठाया जा रहा है. इस पोस्ट को लेकर अब अमूल ने अलर्ट जारी किया है और उस वीडियो को फर्जी पोस्ट बताया है. इस संबंध में डेयरी कंपनी ने अपने आधिकारिक इंस्टाग्राम अकाउंट से एक बयान जारी किया है. जिसमें अमूल ने कहा है कि ये फर्जी पोस्ट है और इस वीडियो का इस्तेमाल “गलत सूचना पैदा करने और उपभोक्ताओं के बीच अनावश्यक भय और चिंता फैलाने” के लिए किया गया है.
‘दिसंबर 2019 का है वायरल वीडियो’
डेयरी ने कहा है कि ये वीडियो 2019 का है जिसे फिर से शेयर किया जा रहा है. इसके साथ ही अमूल ने वीडियो का एक स्क्रीनशॉट साझा करते हुए कहा कि, “यह आपकी जानकारी के लिए है कि अमूल दूध के संबंध में व्हाट्सएप और सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर एक वीडियो फॉरवर्ड किया जा रहा है. वीडियो को 2019 में शूट किया गया था क्योंकि इसमें दिखाई गई पैकेजिंग की तारीख से देखा जा सकता है कि वीडियो 14 दिसंबर 2019 का है.”
अमूल ने दिया स्पस्टीकरण
यही नहीं अमूल ने कहा कि दूध में ऐसे बदलाव तब हो सकते हैं जब इसे “भंडारण निर्देशों के अनुसार स्टोर न किया जाए.” और यह किसी भी ब्रांड के दूध के साथ हो सकता है. इस वीडियो में दिखाई गई समस्या किसी भी ब्रांड के दूध में एक आम समस्या है. अगर भंडारण निर्देशों के अनुसार भंडारण नहीं किया गया तो दूध की अम्लता बढ़ने की वजह से ऐसा होता है. वीडियो से यह स्पष्ट है कि दूध में खराबी थी. गर्मी के दौरान यह जमना शुरू हो गया (कैसिइन कणों के छोटे-छोटे टुकड़े बन गए) जो लगातार हिलाने के कारण एकत्रित होने लगे. कंपनी ने कहा कि हम समझते हैं कि हिलाने की यह घटना कुछ समय तक जारी रही जिसके परिणामस्वरूप पनीर/पनीर जैसा द्रव्यमान बन गया.
कंपनी ने की उपभोक्ताओं से अपील
इसके साथ ही कंपनी ने उपभोक्ताओं से अपील करते हुए कहा कि, “गलत सूचना और अनावश्यक भय को न फैलाएं.” अमूल ने कहा, “इस वीडियो का उपयोग गलत सूचना पैदा करने और उपभोक्ताओं के बीच बेवजह भय और चिंता फैलाने के लिए किया गया है. हम आपसे अनुरोध करते हैं कि कृपया इस संदेश को अपने परिवार और दोस्तों के साथ शेयर करें और उन्हें अमूल दूध की अच्छाइयों के बारे में आश्वस्त करें. साथ ही किसी भी प्रश्न के मामले में, कृपया हमारे टोल-फ्री नंबर पर कॉल करें.”
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