बिलासपुर हाईकोर्ट ने छत्तीसगढ़ राज्य विद्युत वितरण कंपनी को डेटा एंट्री ऑपरेटर भर्ती के अंतिम चरण का परिणाम अब तक जारी नहीं करने को लेकर फटकार लगाई है. दरअसल प्रदेश के सैंकड़ों युवा बिजली कंपनी की उदासीनता के चलते परीक्षा पास करके भी 3 साल से बेरोजगार घूम रहे हैं.
सीएसपीडीसीएल ने डेटा एंट्री ऑपरेटर (Data Entry Operator) की भर्ती के लिए दो चरणों में भर्ती परीक्षा आयोजित की थी, लेकिन भर्ती परीक्षा के दोनों चरण पूरे होने के बाद भी अंतिम चयन सूची जारी नहीं की गई है. इसको लेकर बिलासपुर हाईकोर्ट (Bilaspur High Court) ने कहा है कि परीक्षा आयोजित करके रिजल्ट जारी ना करना अभ्यर्थियों के साथ चीटिंग है. पहले लागू कानून के आधार पर परिणाम जारी करने में कोई परेशानी नहीं है.
क्या है पूरा मामला ?
सीएसपीडीसीएल (CSPDCL Vacancy) के तहत जगदलपुर रीजन के लिए 68 और अम्बिकापुर रीजन के लिए 44 पदों पर डेटा एंट्री ऑपरेटर की भर्ती के लिए 22 सितम्बर 2021 को विज्ञापन निकाले गए थे. सरगुजा संभाग और बस्तर संभाग के स्थानीय निवासियों से आवेदन मंगाए गए थे.
पहले चरण की लिखित परीक्षा 13 जनवरी 2022 को हुई थी. इसके बाद 6 अगस्त 2022 को कौशल परीक्षा का आयोजन किया गया था. भर्ती के दोनों चरण पूरा कर सरगुजा और बस्तर के सैंकड़ों युवा अंतिम परीक्षा परिणाम का इंतजार कर रहे थे. फिर रायपुर-बिलासपुर-राजनांदगांव रीजन वाले अभ्यर्थियों का अंतिम परीक्षा परिणाम जारी हुआ. लेकिन अम्बिकापुर और जगदलपुर रीजन का परिणाम जारी नहीं किया गया.
बता दें कि 11 मई 2023 को विभाग (CSPDCL) ने अपने वेबसाइट पर एक नोटिस जारी किया था. नोटिस में कहा गया था कि नन्दलाल गुप्ता मामले में हाईकोर्ट के जारी आदेश के तहत, अम्बिकापुर और जगदलपुर रीजन के परीक्षा परिणाम अस्थायी रूप से स्थगित किए जाते हैं. साथ ही नोटिस में यह भी कहा गया था कि सरकार या हाईकोर्ट से उचित मार्गदर्शन मिलते ही वेबसाइट पर आवश्यक सूचना जारी कर दी जाएगी. लेकिन आज तक इसको लेकर कोई सूचना जारी ही नहीं की गई.
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