अवैध कोयला चोरी का खेल सरायपाली खदान में बंद होने का नाम नहीं ले रहा है। कोयला तस्करों ने खदान से अवैध कोयला चोरी कर दो पहिया से परिवहन कर ईंट भट्ठा, ढाबा, होटल में मंहगे दामों में बेंच रहे हैं। बताया जा रहा है कि कोयला चोर खासकर गांव में और अधिक दामों में ले जाकर बेंच रहे है। ट्रैक्टर ट्रालियों में भरकर नगर पंचायत पाली समेत आसपास के ईंट भट्टों और जिले से बाहर भेजने का काम भी धड़ल्ले से किया जा रहा है।अवैध रूप से कोयला चोरी करने वालों पर प्रशासन ने नकेल कसने के बजाय चुप्पी साधे बैठा है। उच्च अधिकारी को संज्ञान लेने की आवश्यकता है बल्कि कार्यवाही के मामले में वन विभाग आगे है कुछ दिन पहले वन विभाग की टीम ने धौराभाठा निवासी को मोपेड में अवैध कोयला परिवहन करते हुए पकड़कर राजसात करने की कार्रवाई की है। इसके बाद से कोयला तस्करों ने नया ठिकाना तलाश कर लिया है। सरायपाली खदानों से कोयला ट्रैक्टर और मोपेड के माध्यम से पहुंचाया जाता है। यह कोयला तस्कर ट्रैक्टर ट्राली में भरकर देर रात में अवैध ईंट भट्टों पर सप्लाई कर रहे हैं। अवैध रूप से कोयला चोरी छुपे जिले के बाहर भेजने का काम चल रहा है। राज्य औद्योगिक सुरक्षा बल और खदान का सुरक्षा विभाग कोयला तस्करों पर कोई कार्रवाई नहीं कर रहा है। रात के अंधेरे में ट्रैक्टर ट्राली से कोयला परिवहन हो रहा है। कोयला चोरी करने वालों को नहीं पकड़ना मतलब साफ नजर आ रहा भ्रष्टाचार को बढ़ावा देना है।
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