दुर्ग,08 मार्च । दुर्ग लोकसभा क्षेत्र के कांग्रेस प्रत्याशी राजेन्द्र साहू कांग्रेसी कार्यकर्ता संकट से जूझ रहे है। दुर्ग जिले के चार दिग्गज नेताओं ताम्रध्वज साहू को महासमुंद, सरोज पाण्डेय कोरबा लोकसभा, भपूेश बघेल को राजनांदगांव एवं देवेन्द्र यादव को बिलासपुर से लोकसभा टिकिट देकर भाजपा एवं कांग्रेस हाईकमान ने तो टिकिट दे दिया लेकिन इसका व्यापक प्रभाव दुर्ग लोकसभा क्षेत्र में कांग्रेस प्रत्याशी राजेन्द्र साहू पर सीधा प्रभाव पड रहा है। वहीं भाजपा प्रत्याशी विजय बघेल को किसी तरह की कार्यकर्ता संकट नही है, हर रोज हजारों की संख्या में भाजपा कार्यकर्ता उनसे मिलते देखे जा सकते है। दुर्ग-भिलाई में कांग्रेस कार्यकर्ताओं को युवा फौज जिसमें एनएसयूआई, युवक कांग्रेस एवं उसके अनुशांगिक संगठन के हजारों कार्यकर्ता अपने युवा प्रत्याशी देवेन्द्र यादव के समर्थन में बिलासपुर लोकसभा क्षेत्र में पहुंच कर डेरा जमाये हुए है।
ऐसे भीषण गर्मी में कांग्रेस के बुजुर्ग सदस्य अपने कांग्रेसी उम्मीदवार राजेन्द्र साहू के समर्थन में जोश खरोश के साथ सामने नही आ रहे है। चूंकि ताम्रध्वज साहू महासमुंद से चुनाव लड रहे है, इस कारण उनके समर्थक सैकडों की संख्या में महासमुुंद पहुंच गये है, जिसमें साहू कार्यकर्ताओं की संख्या अधिक है। ऐसे में राजेन्द्र साहू के समक्ष कार्यकर्ता संकट स्वाभाविक ही है। प्रदेश के पूर्व मुख्यंमंत्री भूपेश बघेल राजनांदगांव लोकसभा क्षेत्र से उम्मीदवार है, उनके समर्थन में पाटन क्षेत्र के साथ साथ दुर्ग जिले के हर तहसील के कार्यकर्ता राजनांदगांव क्षेत्र में फैल चुके है तथा भूपेश बघेल के प्रचार प्रसार में जी जान से जुट गये है।
जहां तक भाजपा प्रत्याशी विजय बघेल के चुनाव प्रचार में कार्यकर्ताओं की कोई कमी महसूस नही हो रही है। क्योंकि सुश्री सरेाज पाण्डेय के लिए कोरबा लोकसभा क्षेत्र में भाजपा कार्यकर्ताओं की कमी नही है। कांग्रेस के लिए दुर्ग लोकसभा क्षेत्र प्रतिष्ठा की सीट है क्योंकि जिले में 5 वर्ष तक सत्ता में रहकर कांग्रेस को दिशा एवं दशा देने का प्रयास करते रहे है, भले ही सभी धाकड मंत्री हार गये। नगर निगमों, नगर परिषदों, ग्राम पंचायतों मे ंअभी भी कांग्रेस का कब्जा है लेकिन जिले के कई बडे नेताओं के भाजपा प्रवेश से कांग्रेस की ताकत कमजोर हुई है।
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