बिलासपुर,06 मार्च।बिलासपुर में बदमाशों के गुट ने आधी रात को मोहल्ले में उत्पात मचाते हुए लोगों के घर के बाहर खड़ी गाड़ियों में तोड़फोड़ की। शिकायत के बावजूद थाना प्रभारी ने केस तक दर्ज नहीं किया। इससे नाराज SP रजनेश सिंह ने टीआई को सस्पेंड कर दिया है। मामला तोरवा थाना क्षेत्र का है। दरअसल, 3 अप्रैल की रात बदमाशों के गैंग ने वार्ड क्रमांक-41 तोरवा के साईं मंदिर के पास मुंह में गमछा लपेटकर जमकर उत्पात मचाया था। इस दौरान युवकों ने मोहल्ले के लोगों से गाली-गलौज भी किया, फिर भाग गए।वार्ड पार्षद सहित स्थानीय लोगों ने घटना की जानकारी तोरवा थाना प्रभारी अंजना केरकेट्टा को दी। उन्होंने मामले को नजरअंदाज कर उन्हें सुबह आने की बात कहते हुए चलता कर दिया। फिर चार और पांच अप्रैल को भी पुलिस न तो घटनास्थल पहुंची और न ही पीड़ितों का केस दर्ज किया।
SP ने मानी लापरवाही- टीआई को किया सस्पेंड
थाना प्रभारी के इस रवैए से नाखुश वार्ड पार्षद और लोगों ने इस घटना की जानकारी एसपी रजनेश सिंह को दी। उन्होंने जानकारी ली, तब पता चला कि न तो थाना प्रभारी ने केस दर्ज किया और न ही पर्यवेक्षण अधिकारियों ने कोई ध्यान नहीं दिया। पुलिस की इस निष्क्रियता को एसपी रजनेश सिंह ने लापरवाही मानते हुए टीआई अंजना केरकेट्टा को सस्पेंड कर दिया है। हालांकि, उनकी जगह पर दूसरे टीआई की पोस्टिंग नहीं की गई है। तोरवा निवासी गोलू गोंड का दयालबंद के युवकों से किसी बात को लेकर विवाद हुआ था। दोनों पक्षों को समझाइश देने पर मामला शांत हो गया। लेकिन, बुधवार की रात करीब 12 बजे दयालबंद के 40 से 50 युवकों का गुट मोहल्ले में घुस गया। उन्होंने मेन रोड पर अपनी गाड़ियां खड़ी की।मुंह पर गमछा बांधकर वो कॉलोनी के अंदर चले गए और गाली-गलौज करते हुए हंगामा किया। उन्होंने लोगों के घरों के बाहर खड़ी गाड़ियों के साथ ही कूलर, बिजली मीटर को लाठी-डंडे और पत्थर से मारकर तोड़ दिया। इतना सबकुछ होने के बाद पुलिस ने मामले में कोई कार्रवाई तक नहीं की थी।
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