कोरबा। लोकसभा चुनाव के दौर में जिलाअधिवक्ता संघ के चुनाव की सरगर्मी भी अधिवक्ताओं के साथ-साथ नगर जनों में व्याप्त है। 7अप्रैल 2024 को जिला अधिवक्ता संघ,कोरबा के विभिन्न पदों के लिए मतदान होना है।इसकी तैयारी में अपने-अपने पक्ष में माहौल बनाने के लिए समस्त प्रत्याशी और उनके समर्थक लगे हुए हैं। इस बीच एक अप्रत्याशित घटनाक्रम में आज गुरुवार देर शाम शीर्ष पद के एक प्रत्याशी के दफ्तर में अचानक पुलिस ने पहुंचकर छानबीन शुरू कर दी।
पुलिस के पहुंचने से प्रत्याशी के साथ-साथ वहां मौजूद उनके समर्थकों में एकबारगी खलबली मच गई कि यह क्या हो रहा है…! पुलिस के एक अधिकारी ने बताया कि सामाग्री बांटने की सूचना मिली थी जिस पर पुलिस ने दफ्तर की छानबीन की लेकिन किसी तरह की संदिग्ध वस्तु यहां पर बरामद नहीं हुई। इस बीच सूचना मिलते ही प्रत्याशी के समर्थक बड़ी संख्या में यहां पहुंच गए थे और इस तरह की कार्यशैली को अनुचित करार देते हुए विरोध और रोष प्रकट किया। घटनाक्रम का सुखद पटाक्षेप तो हो गया लेकिन इस घटनाक्रम की तीखी प्रतिक्रिया अधिवक्ताओं के बीच देखी जा रही है।
बता दें कि अधिवक्ता संघ का चुनाव चल रहा है। चुनाव जीतने के लिए अपना-अपना चुनाव कार्यालय खोलकर मतदाताओं को अपने पक्ष में प्रभावित करने का स्वाभाविक प्रयास कर रहे हैं,जिसका चलन भी पूर्व के चुनावों से चल पड़ा है। चुनाव के साथ-साथ प्रत्याशियों और मतदाताओं का फर्ज बनता है कि वे अधिवक्ता सम्मान को भी सुरक्षित बनाए रखें किंतु कार्यालय में छापा मरवाने की घटना के बाद से तीखी प्रतिक्रिया हो रही है। प्रत्याशी के लिए राहतपूर्ण बात ये रही कि कोई संदिग्ध वस्तु उक्त कार्यालय में बरामद नहीं हुआ। वैसे लोगों को कानूनी न्याय दिलाने वाले अधिवक्ताओं को अपने संघ का चुनाव निर्भीक, निष्पक्ष, निष्कलंक और बेदाग तरीके से संपन्न करना चाहिए ताकि समाज में एक अच्छा संदेश भी जाए और आपसी सौहार्द्र बना रहे।
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