कर्नाटक उच्च न्यायालय के कोर्ट रूम नंबर-1 में सुनवाई चल रही थी. मुख्य न्यायाधीश निलय विपिनचंद्र अंजारिया वहां मौजूद थे. तभी अचानक से एक शख्स कोर्ट रूम में घुस आया. उसने किसी के भी सामने कुछ नहीं कहा. बस चीफ जस्टिस के सामने खड़ा हो गया. जेब से चाकू निकाला और अपने गला रेत डाला. यह देखते ही कोर्ट रूम में चीख पुकार मच गई. चीफ जस्टिस भी समझ नहीं पाए कि ये क्या हो गया. तभी सुरक्षाकर्मियों ने घायल शख्स को उठाया और तुरंत अस्पताल पहुंचाया.हालांकि, शख्स की जान बच गई. लेकिन अभी उसकी हालत गंभीर बनी हुई है.
शख्स ने ऐसा क्यों किया किसी को नहीं पता. पुलिस ने कहा कि जब तक शख्स की हालत में सुधार नहीं हो जाता तब तक उससे बयान नहीं लिया जा सकता. उसकी हालत में सुधार होते ही ये सब करने का कारण पूछा जाएगा. मामला, बुधवार का है. पुलिस के अनुसार, मैसुरु के रहने वाले श्रीनिवास ने कोर्ट रूम नंबर-1 के प्रवेश द्वार पर सुरक्षा कर्मचारियों को एक फाइल सौंपी और इससे पहले कि कोई कुछ समझ पाता, उसने मुख्य न्यायाधीश की मौजूदगी में अपना गला काटने का प्रयास किया. एक न्यूज एजेंसी की मानें तो सुरक्षाकर्मियों ने तुरंत प्रतिक्रिया दी और उसे बॉरिंग अस्पताल पहुंचाया, जहां अब उसका इलाज किया जा रहा है. उन्होंने कहा, ‘हमें नहीं पता कि उसने इतना बड़ा कदम क्यों उठाया.
वह कोर्ट हॉल वन में दाखिल हुआ और चाकू से अपना गला काट लिया. हमारे सुरक्षा कर्मचारियों ने जैसे ही यह देखा तो उसे तुरंत उसे बचाया. उसे अस्पताल में भर्ती कराया गया है. मौके पर कोई नोट नहीं मिला है.मुख्य न्यायाधीश अंजारिया ने हाईकोर्ट परिसर में सुरक्षा चूक पर चिंता जताई और. सुरक्षा का जिम्मा संभाल रहे लोगों से पूछा कि आदमी एक धारदार हथियार के साथ कैसे कोर्ट परिसर के अंदर दाखिल हो गया? उन्होंने पुलिस को मौके से मिले निष्कर्षों और सबूतों को रिकॉर्ड करने का भी आदेश दिया.
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