छत्तीसगढ़ पुलिस आधुनिक हथियार खरीदने जा रही है। इसमें 60 सायलेंसर वाली एके-47, इलेक्ट्रॉनिक फायरिंग वेपन, नाइट विजन डिवाइस और टेलीस्कोप शामिल हैं। दो माह के भीतर राज्य के सशस्त्र बलों को इन हथियारों से लैस कर दिया जाएगा। खरीदी के लिए बुधवार को ग्लोबल टेंडर जारी किया गया। पिछले साल भी हथियार खरीदने के लिए टेंडर निकाला गया था, लेकिन अचानक रद्द कर दिया गया। पुलिस अधिकारियों ने बताया कि इजराइल से 2019 तक छत्तीसगढ़ में काफी हथियार खरीदे गए। लेकिन अब केंद्र सरकार ने रूस के साथ नया अनुबंध किया है।
गोली चलने पर नहीं के बराबर होती है आवाज
पुलिस ने जिस एके-47 सायलेंसर राइफल खरीदने के लिए टेंडर किया है, अभी वह विश्व में सबसे खतरनाक माना जा रहा है। इस रशियन राइफल की खासियत है कि गोली चलने पर आवाज नहीं के बराबर होती है। यह एक सेकेंड में 10 और एक मिनट में 600 गोलियां फायर करती है। गोली 780 मीटर प्रति सेकेंड की गति से चलती है। 700 मीटर तक इसकी मारक क्षमता है। भारत ने हाल ही में रूस के साथ इस राइफल के निर्माण का अनुबंध भी किया है।
स्नाइपर खरीदने का भी प्रस्ताव
छत्तीसगढ़ पुलिस नक्सल प्रभावित क्षेत्रों के लिए स्नाइपर खरीदने की भी योजना बना रही है। यह बहुत घातक हथियार है। स्नाइपर से दूर बैठकर दुश्मन पर अचूक निशाना लगा सकते हैं। अभी सेना और स्पेशल फोर्स इसका उपयोग कर रही है।
अंधेरे में नजर रखने के लिए डिवाइस: अंधेरे में दुश्मनों पर नजर रखने के लिए हाईटेक नाइट विजन डिवाइस खरीदी जा रही है। बारह डिवाइस खरीदने के लिए टेंडर निकाला गया है। सेना अभी बार्डर पर इसका इस्तेमाल करती है। इसके इस्तेमाल के लिए खास ट्रेनिंग की जरूरत पड़ती है। जवानों को ट्रेनिंग के लिए इस बार इलेक्ट्रॉनिक फायरिंग वेपन सिम्युलेटर (बेसिक) भी खरीदा जा रहा है। इसमें वेपन सिम्यूलेटर भी शामिल है। यह पूरी तरह इलेक्ट्रॉनिक और असली हथियार की तरह है। इससे बुलेट की जगह लेजर निकलती हैं। इसमें दो तरह के इलेक्ट्रानिक राइफल खरीदा जाएगा।
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