दुर्ग, 03 अप्रैल। नगर निगम कार्यालय की छत पर पक्षियों के लिए दाना पानी का इंतजाम किया गया है। इस मौके पर निगम आयुक्त लोकेश चन्द्राकर ने कहा कि पक्षी हमारे जीवन में बहुत महत्व रखते है।बेजुबान पक्षियों की सेवा करना हमारा पहला कर्तव्य बनता है। नगर निगम आयुक्त लोकेश चंद्राकर ने कहा कि गर्मी के मौसम में पक्षियों के दाना-पानी की व्यवस्था करना पुण्य का कार्य होता है।इस मौके पर निगम आयुक्त ने कहा कि पक्षी हमारे जीवन में बहुत महत्व रखते है।
बेजुबान पक्षियों की सेवा करना हमारा पहला कर्तव्य बनता है।आयुक्त ने कहा कि गर्मी के मौसम में पक्षियों के दाना-पानी की व्यवस्था करना पुण्य का कार्य होता है। गर्मी के मौसम में पक्षियों को पानी नहीं मिलता तो उनका जीना दूभर हो जाता है। उन्होंने कहा कि मनुष्य तो पानी की व्यवस्था कर लेता है, परंतु बेजुबान पक्षी अपनी इच्छाओं को व्यक्त नहीं कर पाते। मानवता के नाते हमें पक्षियों के दाना-पानी की व्यवस्था अवश्य करनी चाहिए।नगर निगम में हमेशा से परंपरा रही है कि हर साल की तरह इस साल भी पक्षियों के लिए दाना-पानी की व्यवस्था की गई है।
इस दौरान निगम का उपायुक्त मोहेंद्र साहू, कार्यपालन अभियंता दिनेश नेताम,सहायक अभियंता गिरीश दीवान,लेखधिकारी रमाकांत शर्मा,अनिल सिंह,संजय मिश्रा,शुभम गोइर, सहित आदि अधिकारी/कर्मचारी उपस्थित रहे। आयुक्त लोकेश चन्द्राकर ने पक्षियों के लिए निगम कार्यालय के छत पर मिट्टी के सकोरों में पक्षियों के लिए दाना-पानी रखे। उन्होंने अपील कर कहा कि जागरूक लोग इनकी मदद के लिये आगे आएं।हर साल गर्मी के मौसम में न जाने कितने पक्षी प्यास और तापघात का शिकार होकर अपनी जान गवां देते है।
उन्होंने कहा यदि एक छोटी-सी कोशिश करें, थोड़ी सी मानवता दिखाएं और अपने घर, आफिस में आने वाले पक्षियों के लिए पानी और आश्रय का प्रबन्ध करें, तो गर्मी के कारण होने वाली पक्षियों की मौत में काफ़ी कमी आ सकती है। गर्मी की शुरूआत में ही पक्षियों के लिये पानी की व्यवस्था की एक छोटा सा प्रयास इन पशु पक्षियों को जीवन दान दे सकती है।हर व्यक्ति अपने जन्मदिन पर अपने घर के छत में पक्षियों के लिये पानी का पात्र रखे।पक्षियों की प्यास बुझाने के लिये अपने-अपने तरीके से इनके लिए पानी की व्यवस्था कर रहे है।अपने घर की बालकनी और आंगन में आप पक्षियों के लिए पानी रख सकते हैं। प्लास्टिक या स्टील के बर्तन में पानी न रखें, धूप में इन बर्तनों का पानी गर्म हो जाता है। मिट्टी के बर्तन में पानी रखना सबसे अच्छा होता है। इन बर्तनों की नियमित सफाई करते रहें, जिससे पक्षी रोगों से दूर रहें।
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