कोरबा,01 अप्रैल । कुसमुंडा खदान में पुराने 3 नंबर वर्कशॉप में खड़ी 100 टन वजनी क्षमता वाले विमल कंपनी की डंपर में भीषण आग लग गई। बताया जा रहा है ठेका कंपनी की लापरवाही के कारण हादसा हुआ है। कंटिग के कार्य के दौरान मॉनिटरिंग के लिए कोई अधिकारी-कर्मचारी मौजूद नहीं थे।
बताया जा रहा है की ये डंपर सर्वे ऑफ हो चुके हैं। जारी टेंडर के तहत इनके कटिंग का कार्य चल रहा था। ठेका कर्मचारियों द्वारा इन डंपरों से बिना ज्वलनशील सामान निकाले ही गैस युक्त कटिंग मशीनों द्वारा कटिंग किया जा रहा था, जिससे चिंगारी संभवत डंपर के टायर और डीजल चेंबर में जा पहुंची। इसके कारण आग ने पूरे डंपर को अपनी चपेट में ले लिया। वहीं अचानक से आग लगने के बाद आसपास के लोग वहां से भाग खड़े हुए। आग से उठने वाली धुएं के काले गुब्बार कई किलोमीटर दूर से दिखाई दे रहे थे। आग की सूचना मिलते ही विभागीय फायर ब्रिगेड की वाहन मौके पर पंहुची और आग पर काबू पाया गया।
बताया जा रहा है कि लापरवाही के चलते ही घटना घटी है। जिस समय डंपर की कटिंग की जा रही थी उस वक्त केवल मजदूर काम कर रहे थे। कोई अधिकारी-कर्मचारी मौजूद नहीं थे जो इसकी मॉनिटरिंग कर सके। इतना ही नहीं कटिंग से पहले डंपरों से ऑयल टैंक जैसे ज्वलनशील सामान को निकलना होता है, लेकिन कटिंग के वक्त ज्वलनशील सामान को नहीं निकाला गया था। बता दें कि जिस तरह से आग की लपटें उठी थी आसपास अन्य मशीनों को अपनी चपेट में ले सकती थी। इसके अलावा किसी तरह की जनहानि भी हो सकती थी। कर्मचारियों का कहना है कि इस घटना में जिम्मेदार लापरवाह ठेका कंपनी के खिलाफ प्रबंधन को सख्ती बरतनी चाहिए। आग की सूचना मिलते ही SECL के अधिकारी-कर्मचारी भी मौके पर पहुंचे और घटनाक्रम की जानकारी ली।
[metaslider id="347522"]