मध्य प्रदेश के उज्जैन में सोमवार सुबह यानी होली के लिए महाकाल मंदिर में हंगामा मच गया. दरअसल, आरती के समय गर्भ गृह में आग लग गई. इसमें 14 लोग घायल हो गए हैं. इन घायलों में से 6 की हालत को काफी गंभीर बताया जा रहा है.
इसी बीच आग लगने के कारणों को लेकर एक जंग छिड़ गई है. हर कोई अपने अपने हिसाब से आग लगने का कारण बता रहा है. अब इसी में मंत्री कैलाश विजयवर्गीय भी कूद गए हैं. दरअसल घायलों का हाल चाल जानने के लिए मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव और मंत्री कैलाश विजयवर्गीय अरबिंदो अस्पताल पहुंचे थे. यहां उन्होंने पीड़ितों से मुलाकात की और उनका हाल चाल जाना. यहां से निकलने के बाद कैलाश विजयवर्गीय ने भी आग लगने का एक कारण बताया. उन्होंने आशंका जताते हुए कहा कि उज्जैन के महाकालेश्वर मंदिर में होली के दौरान रसायनयुक्त गुलाल के कारण आग भड़की होगी.
पीएम मोदी ने की स्वस्थ होने की कामना
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर एक पोस्ट में इस घटना को बहुत दर्दनाक बताया है. उन्होंने लिखा कि उज्जैन के महाकाल मंदिर में हुई घटना बेहद दर्दनाक है. मैं इस घटना में घायल हुए सभी श्रद्धालुओं के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना करता हूं. राज्य सरकार की देखरेख में स्थानीय प्रशासन पीड़ितों की हरसंभव मदद में लगा हुआ है.
उज्जैन में उन्होंने प्रत्येक घायल व्यक्ति को 1 लाख रुपये की आर्थिक सहायता देने का ऐलान किया और मुफ्त इलाज की भी घोषणा की. घायल व्यक्तियों को निःशुल्क बेहतरीन उपचार देने के लिए कहा है. सीएम ने कहा कि प्रशासन यह सुनिश्चित करने के लिए हरसंभव प्रयास करेगा कि ऐसी घटनाएं दोबारा न हों. साथ ही उन्होंने बताया हमारी प्राथमिकता घायलों को सर्वोत्तम इलाज मुहैया कराना है. महाकाल की कृपा से कोई हताहत नहीं हुआ है. होली के रंग के कारण घायलों की त्वचा पर जले हुए घावों का पता लगाने में डॉक्टरों को समस्या का सामना करना पड़ रहा है.
पीएम कार्यालय ने ले जानकारी
विजयवर्गीय ने घायलों से मिलने के बाद कहा कि पहली नजर में लगता है कि सभी आठ लोगों की हालत खतरे से बाहर है. सभी पीड़ितों को 24 घण्टे की डॉक्टरों की निगरानी में रखा गया है. इसके बाद उनकी वास्तविक स्थिति पता चल सकेगी. उन्होंने बताया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के कार्यालयों की ओर से सभी घायलों के बारे में जानकारी ली गई है. विजयवर्गीय ने आगे कहा कि उज्जैन के जिलाधिकारी जांच के निर्देश दिए हैं और इस घटना का वास्तविक कारण जांच के बाद ही पता चल सकेगा.
दिए गए जांच के आदेश
मुख्यमंत्री ने अपने आधिकारिक आवास पर होली और अपने जन्मदिन का जश्न रद्द कर दिया और पीड़ितों से मिलने के लिए इंदौर के रास्ते उज्जैन पहुंचे गयें. इस दौरान उन्होंने घायलों का हाल चाल जाना. जिसके बाद उन्हें फोन करके पीएम मोदी और राष्ट्रपति मुर्मू ने सभी घायलों की जानकारी ली. इस पर घायल से मिलने मुख्यमंत्री मोहन यादव सोमवार को इंदौर के अरविंदो अस्पताल पहुंचे. इस दौरान वे घायलों को हाल चाल जान रहे थे, तभी पीएम नरेंद्र मोदी और राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू का भी फोन आया. उन्होंने सभी घायलों के बारे में जानकारी ली. हालांकि सीएम यादव ने कहा कि मैंने उन्हें जानकारी दी कि सभी खतरे से बाहर हैं. साथ ही सभी का पर्याप्त उपचार भी चल रहा है. उन्होंने बताया कि जिस समय आरती चल रही थी, ठीक उसी समय गुलाल आरती की थाली पर गिरा और आग लग गई. आपको बता दे इस पूरे मामले में जांच के आदेश दे दिए गए हैं. उन्होंने कहा कि प्रथम दृष्टया तो इस हादसे में कोई षड्यंत्र नजर नहीं आ रहा है. लेकिन अगर इसके बावजूद भी जांच में कोई स्थिति पाई जाती है, तो उस पर तुरंत कार्रवाई की जाएगी.
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