KORBA : गेवरा ग्राउंड में केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल का 55वां स्थापना दिवस मनाया गया

कोरबा, 12 मार्च । केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल इकाई, एसईसीएल बिलासपुर के द्वारा आज कोरबा जिला के गेवरा स्थित केन्द्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल इकाई के गेवरा ग्राउंड में केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल का 55वां स्थापना दिवस मनाया गया। इस अवसर पर बल सदस्यों के कौशल, क्षमताओं का प्रदर्शन करने के लिए परेड का आयोजन किया गया। जिसमें केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल की 04 टुुकड़ियों ने भाग लिया। केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल इकाई द्वारा मुख्य अतिथि के रूप में एसईसीएल गेवरा क्षेत्र के मुख्य महाप्रबंधक स्वरूप कुमार मोहंती को आमंत्रित किया था।

सर्वप्रथम परेड कमाण्डर निरीक्षक पुष्पेंदु दत्ता द्वारा मुख्य अतिथि को सलामी दी गई। मुख्य अतिथि को सलामी देने के उपरांत परेड कमाण्डर द्वारा परेड को मार्चपास्ट कराया गया, तत्पष्चात केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल के बल सदस्यों द्वारा विभिन्न कार्यक्रमों के माध्यम से शारीरिक कार्यकुशलता का प्रदर्शन किया गया। केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल स्थापना दिवस के अवसर पर केऔसुब इकाई, एसईसीएल बिलासपुर के कमाण्डेंट भास्कर कुमार, उप कमाण्डेंट किरण एम., सहायक कमाण्डेंट कार्तिकेय मिश्रा, सहायक कमाण्डेंट जसपाल सिंह के आतिथ्य में एसईसीएल प्रबंधन से मनोज कुमार (महाप्रबंधक खनन, एसईसीएल दीपका क्षेत्र), जे एकम्बरम (महाप्रबंधक संचालन, एसईसीएल गेवरा क्षेत्र), अजय कुमार सिंह (महाप्रबंधक ई एंड एम, गेवरा क्षेत्र), आर के तिवारी (महाप्रबंधक उत्खनन, गेवरा क्षेत्र), आर बी सिंदुर (महाप्रबंधक योजना, गेवरा क्षेत्र), अजय बेहरा (क्षेत्रीय कार्मिक प्रबंधक, गेवरा क्षेत्र), SECL मुख्यालय बिलासपुर से वी दक्षिणामूर्ति (सुरक्षा विभाग), कुमार गौरव (क्षेत्रीय सुरक्षा अधिकारी, एसईसीएल गेवरा एवं दीपका क्षेत्र), आर के चौधरी (क्षेत्रीय सुरक्षा अधिकारी, कोरबा क्षेत्र), त्रिपुरा स्टेट राइफल्स के उप कमांडेंट मिहिर दत्ता, NCH गेवरा अस्पताल के डॉक्टर चेतन कुमार भोसले, डॉक्टर आर आर अग्रवाल, मीडिया कर्मी एवं अन्य सम्मानित अतिथिगण उपस्थित रहे।


केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल, भारत में केंद्रीय सषस्त्र पुलिस बलों में से एक है। केन्द्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल केवल तीन बटालियनों की संख्या के साथ कुछ संवेदनशील सार्वजनिक क्षेत्र के उपक्रमों को समेकित सुरक्षा कवर उपलब्ध करवाने के लिए 1969 में अस्तित्व में आया। केऔसुब को 15 जून 1983 को पारित संसद के एक अन्य अधिनियम द्वारा भारत गणराज्य का सशस्त्र बल बनाया गया था। तब से यह बल, प्रमुख बहु कुशल संगठन के रूप में विकसित हुआ है जिसकी वर्तमान नफरी 1,77,075 कार्मिकों की है। फिलहाल केन्द्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल देशभर में 358 प्रतिष्ठानों को सुरक्षा कवर उपलब्ध करवा रहा है। केन्द्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल का अपना अग्नि स्कंध है जो उपरोक्त में से 114 अधिष्ठानों को सेवाएं प्रदान करता है।
केन्द्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल के सुरक्षा कवच में आणविक प्रतिष्ठान, अंतरिक्ष अधिष्ठान, हवाई अड्डे, बंदरगाहे, ऊर्जा संयंत्र आदि सहित देश की अति संवेदनशील अवसंरचनात्मक संबंधी सुविधाएं शामिल हैं। इसके अलावा, केन्द्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल महत्वपूर्ण सरकारी भवनों, प्रतिष्ठित विरासत स्मारकों और दिल्ली मेट्रो को संरक्षण प्रदान करता है। केन्द्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल के पास एक विशिष्ट वीआईपी सुरक्षा है जो महत्वूपर्ण व्यक्तियों को चैबीस घंटे सुरक्षा उपलब्ध करवाता है।


नवंबर, 2008 के मुंबई आतंकवादी हमले के पश्चात, निजी कारपोरेट प्रतिष्ठानों को सुरक्षा कवर उपलब्ध करवाने के लिए सीआईएसएफ के अधिदेश का विस्तार किया गया। केन्द्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल निजी एककों को सुरक्षा परामर्शी सेवाएं भी प्रदान करता है और इसकी सेवाओं की काफी मांग रहती है। केन्द्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल ने अपने कार्मिकों की व्यावसायिक क्षमता के साथ-साथ सुरक्षा को बढ़ाने के लिए अत्याधुनिक प्रौद्योगिकी को अपनाने के मामले में अत्यधिक उच्च मानक स्थापित किए हैं। केन्द्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल अब आतंकवाद सहित सुरक्षा के किसी भी संकट का सामना करने के लिए भली-भांति सक्षम है। देश में परिवर्तनशील सुरक्षा वातावरण के साथ तालमेल रखने के लिए सतत् रूप से स्वयं को विकसित करना और नए आयाम की तलाश करना बल की विशेषता है।


केन्द्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल एकमात्र केन्द्रीय सशस्त्र पुलिस बल है जिसका हवाई अड्डों, दिल्ली मैट्रो और प्रतिष्ठित स्मारकों में प्रतिदिन जनसंपर्क रहता है और इसलिए यह जन-मैत्री दृष्टिकोण के साथ सुरक्षा प्रक्रिया में संतुलन बनाए रखने के प्रति सजग है।

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