ज्ञानपीठ चयन समिति ने 58वें ज्ञानपीठ पुरस्कार के लिए इस साल प्रसिद्ध गीतकार गुजार और संस्कृत जगद्गुरु रामभद्राचार्य को सम्मानित किया है. चित्रकूट में तुलसी पीठ के संस्थापक और प्रमुख रामभद्राचार्य एक प्रसिद्ध संस्कृत विद्वान, शिक्षक और 100 से अधिक पुस्तकों के लेखक हैं. उन्हें यह अवार्ड संस्कृत भाषा में लिखें उनके लेखों के लिए दिया गया है.
ज्ञानपीठ पुरस्कार मिलने के बाद उन्होंने लोकसभा चुनाव को लेकर भविष्यवाणी की. उन्होंने कहा कि इस बार बीजेपी रिकॉर्ड 370 सीटों के आंकड़े को भी पार कर जाएगी.
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