अपराधी ने कोर्ट में ऐसा क्या कहा कि लोग रह गए सन्न, जानिये पूरा मामला…

अनोखा मामला सामने आया

प्रयागराज में पुलिस आयुक्त की कोर्ट में अनोखा मामला सामने आया। सोमवार को एक अपराधी गुंडा एक्ट में माफी की गुहार लगाने लगा। बोलने लगा कि वह अब अपराध से दूर है। जरायम की दुनिया में ताना तोड़ दिया है। कोर्ट ने पूछा कि उसका नाम स्टिक क्यों पड़ा तो कहने लगा कि पहले माफी दे दीजिए। सजा न दें तो वह खुलासा करेगा कि उसका नाम स्टिक क्यों पड़ा। उसकी बातें सुनकर कोर्ट में मौजूद लोग भी हैरान रह गए। आश्वासन मिलने पर आरोपी ने कहा कि पहले वह स्टिक से लोगों को पीटता था। इसलिए उसका उपनाम स्टिक पड़ गया।

सीपी की कोर्ट ने आरोपी को हर 15 दिन में शाहगंज थाने में जाकर हाजिरी लगाने का आदेश दिया है। खुल्दाबाद निवासी जावेद स्टिक के खिलाफ बमबाजी, हत्या का प्रयास, विस्फोटक अधिनियम, छेड़खानी जैसे मामलों में कुल आठ मुकदमें दर्ज हैं। वर्षों पहले वह बमबाजी के कारण कुख्यात हुआ था। जेल से जमानत पर छूटने के बाद वह लोगों को स्टिक से मारता पीटता था। उसकी दबंगई से लोग शिकायत नहीं करते थे। इसलिए उसकी गुंडई बढ़ती गई।

पुलिस ने उस पर गुंडा एक्ट के तहत कार्रवाई करने के लिए रिपोर्ट तैयार की लेकिन जब उसकी फाइल सीपी की कोर्ट में पहुंची तो वह माफी मांगने लगा। सुनवाई के दौरान प्रयागराज के संयुक्त निदेशक अभियोजन ओम प्रकाश राय सरकार की तरफ से पक्ष रखा लेकिन जावेद के वकीलों ने उसका पक्ष रखते हुए अपराध जगत से हाल फिलहाल दूर रहने के साक्ष्य प्रस्तुत किए। शराफत भरी जिंदगी जीने का मौका मांगा। पुलिस आयुक्त रमित शर्मा ने जावेद स्टिक को शाहगंज थाने में हाजिरी लगाने का आदेश दिया। साथ ही जावेद को जुर्म की दुनिया से दूर रहने की हिदायत भी दी है। इसके साथ ही पुलिस को निगरानी का आदेश दिश है।

[metaslider id="122584"]
[metaslider id="347522"]