गिनीज और लिम्का बुक ऑफ रिकॉर्ड में दर्ज है Saroj Pandey का नाम, एक ही साल में तीन पदों पर रहने का है रिकॉर्ड, प्रदेश की पहली निर्वाचित राज्यसभा सांसद बनीं

कोरबा, 3 मार्च । बीजेपी ने लोकसभा चुनाव 2024 को लेकर शंखनाद कर दिया है। पार्टी ने शनिवार को अपने उम्मीदवारों की पहली सूची जारी कर दी है। 195 उम्मीदवारों की पहली लिस्ट में छत्तीसगढ़ के 11 लोकसभा सीटों के उम्मीदवारों की सूची जारी कर दी गई है। कई नए चेहरों को मौका दिया गया है।

पूर्व राज्यसभा सांसद और भाजपा की कद्दावर नेत्री सरोज पांडेय इस बार कोरबा लोकसभा सीट से चुनाव लड़ेंगी। पार्टी हाईकमान ने उन्हें कोरबा लोकसभा सीट से प्रत्याशी घोषित किया है। सरोज पांडेय छत्तीसगढ़ की पहली निर्वाचित राज्यसभा सांसद रह चुकी हैं। इसके अलावा वह छत्तीसगढ़ की एकमात्र ऐसी नेत्री हैं, जो एक ही साल में दुर्ग जिले से महापौर, विधायक और सांसद रहीं।

पहली निर्वाचित राज्यसभा सांसद रह चुकी हैं सरोज पांडेय


भाजपा नेत्री सरोज पांडेय छत्तीसगढ़ की पहली निर्वाचित राज्यसभा सांसद बनी थीं। उस दौरान बीजेपी के 49 विधायक थे। सरोज पांडेय को कुल 51 वोट मिले थे। छत्तीसगढ़ के इतिहास में ये पहला मौका था जब राज्यसभा के लिए चुनाव कराया गया था। इसके पूर्व निर्विरोध चुना जाता था। पिछली बार कांग्रेस ने लेखराम साहू को मौका दिया था, लेकिन उन्हें भितरघात के चलते पार्टी विधायकों के ही पूरे वोट नहीं मिले थे। यानी क्रॉस वोटिंग हुई थी। सरोज पांडेय छत्तीसगढ़ की एकमात्र ऐसी नेता हैं, जो एक ही साल में दुर्ग जिले से महापौर, विधायक और सांसद रहीं।

छात्र जीवन से राजनीतिक सफर की शुरुआत
भाजपा की वरिष्ठ नेता डॉ. सरोज पांडेय इससे पूर्व छत्तीसगढ़ से राज्यसभा के लिए चुनी गई थीं। छात्र जीवन से उन्होंने अपनी राजनीतिक सफर की शुरुआत की। बहुत कम उम्र में ही अपनी लीडरशिप की लोहा मनवा चुकीं हैं। वो एक साथ महापौर, विधायक और सांसद रह चुकी हैं। इस उपलब्धि के लिए उनका नाम गिनीज और लिम्का बुक ऑफ रिकॉर्ड में दर्ज है।

साल 2009 में लगातार तीन बार के सांसद को हराया
भाजपा ने लोकसभा चुनाव 2009 में सरोज को मेयर और विधायक रहते हुए दुर्ग सीट से लोकसभा चुनाव लड़ाया था। बीजेपी के बागी नेता और दुर्ग से लगातार तीन बार के सांसद रहे ताराचंद साहू को सरोज पांडेय ने भारी मतों के अंतर से हराया। लोकसभा चुनाव 2014 में देशभर में मोदी लहर के बावजूद वो चुनाव हार गईं। हालांकि उस दौरान पार्टी में ही भितरघात के आरोप लगे थे। बीजेपी ने सरोज पांडेय को महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव के दौरान बड़ी जिम्मेदारी दी। वहां सफलता मिलने के बाद उन्हें 2018 में छत्तीसगढ़ से राज्यसभा सांसद बनाया गया और अब 2024 में कोरबा से लोकसभा चुनाव लड़ने जा रही हैं।

जानें कौन हैं सरोज पांडेय, एक ही साल में तीन पद पर रहने का रिकॉर्ड-

सरोज पांडेय छत्तीसगढ़ की एकमात्र ऐसी नेता हैं, जो एक ही साल में दुर्ग जिले से महापौर, विधायक और सांसद रहीं।
सरोज पांडेय का जन्म 22 जून 1968 को छत्तीसगढ़ के भिलाई में हुआ
माता-पिता गुलाब देवी- श्यामजी पांडेय
पंडित रविशंकर विश्वविद्यालय से शिक्षा ली
साल 2000 में पहली बार और 2005 में दूसरी बार दुर्ग की मेयर बनीं।
10 साल तक लगातार बेस्ट मेयर के अवॉर्ड से सम्मानित
साल 2008 में पहली बार वैशाली नगर से विधायक बनीं
साल 2009 के दुर्ग संसदीय सीट से सांसद बनी
2013 में भाजपा महिला मोर्चा की राष्ट्रीय अध्यक्ष बनीं
साल 2014 का लोकसभा चुनाव लड़ा, लेकिन कांग्रेस के ताम्रध्वज साहू से शिकस्त मिली
इसके बाद भी पार्टी ने उन्हें राष्ट्रीय महासचिव बनाया
साल 2018 में पहली बार निर्वाचित राज्यसभा सांसद बनीं
कांग्रेस के प्रत्याशी लेखराम साहू को हराया था
साल 2023 में भाजपा की राष्ट्रीय उपाध्यक्ष बनीं।