खतरे में कोरबा का जीरो शार्टेज का कीर्तिमान ! लचर परिवहन व्यवस्था से 57 उपार्जन केंद्रों में अभी भी जाम पड़े हैं 23 करोड़ 28 लाख का धान, राईस मिलरों को पड़ी सवा 4 करोड़ की पेनाल्टी मार्कफेड के खाते में, समितियां परेशान

कोरबा 1 मार्च । आदिवासी बाहुल्य कोरबा जिले में शासन की अदूरदर्शिता एवं मार्कफेड की लापरवाही से लगातार शत प्रतिशत धान का परिदान कर जीरो शार्टेज का कीर्तिमान रचते आ रहीं जिले की 57 सहकारी समितियों को इस साल करोड़ों रुपए के धान के शार्टेज (खरीदे गए धान के वजन में मौसमी मार की वजह से कमी ) आने का डर सता रहा। राइस मिलरों की मनमानी पर अंकुश लगाने में विफल मार्कफेड की लचर परिवहन व्यवस्था से ग्यारहवें साल कोरबा जिले का जीरो शार्टेज देने कीर्तिमान का सिलसिला टूट सकता है। जी हां धान खरीदी को समाप्त हुए लगभग एक माह हो गया जिले के 65 में से 57 सहकारी समितियों में अभी भी 1 लाख 6 हजार 648 .40 क्विंटल समर्थन मूल्य पर 23 करोड़ 28 लाख 13 हजार 457.2 रुपए का धान जाम पड़ा है । जारी डीओ समाप्त होने के बाद भी उपार्जन केंद्रों से धान के उठाव में विफल मार्कफेड राइस मिलरों से सवा करोड़ रुपए से अधिक की पेनाल्टी वसूल अपने कार्यदायित्वों से मानो इति श्री कर लिया है। लचर परिवहन व्यवस्था से शार्टेज के नुकसान से बचने लाखों का धान समिति को प्राप्त कमीशन से भरने वाली सहकारी समितियों ने मार्कफेड को राईस मिलरों से समय पर धान का उठाव नहीं कर पाने की स्थिति में मिलने वाले अर्थदंड की राशि समितियों को दिए जाने की मांग को लेकर न्यायालय की शरण में जाने का ऐलान किया है।

यहाँ बताना होगा कि प्रदेश में में इस साल खरीफ विपणन वर्ष 2023 -24 में 1 दिसंबर से 4 फरवरी तक समर्थन मूल्य के आधार पर धान खरीदी की गई । जिले में इस साल लाख 25 लाख 70 हजार क्विंटल धान खरीदी का लक्ष्य रखा गया था।
तय मियाद में 41 समितियों के 65 उपार्जन केंद्रों के माध्यम से पंजीकृत किसानों में से 43 हजार 412 किसानों से
रिकार्ड 28 लाख 67 हजार 331 क्विंटल समर्थन मूल्य पर 625 करोड़ 93 लाख 84 हजार 882 रुपए के धान की आवक हुई थी । किसानों को धान के भुगतान योग्य राशि उनके बैंक खातों में भुगतान कर दिया गया है। खरीफ वर्ष 2023 -24 में ‘मोदी की गारंटी’ पर मोहर लगते ही जिले में न केवल धान बेचने वाले किसानों की संख्या 4 हजार 418 ( 10.17 फीसदी) बढ़ गई ,वरन 7 लाख 38 हजार 80.2 क्विंटल ( 25 .74 फीसदी ) अधिक धान की आवक हुई है । इस साल जिला रिकार्ड 25 लाख 70 हजार क्विंटल धान खरीदी के लक्ष्य को भी जिला लांघ गया । जिले में लक्ष्य से 2 लाख 97 हजार 331 क्विंटल ( 10.36 फीसदी )अधिक धान की आवक हुई थी। लेकिन धान खरीदी के बाद सबसे महत्वपूर्ण कार्य धान के उठाव को लेकर इस बार मार्कफेड की लचर परिवहन व्यवस्था ने सहकारी समितियों को इस साल संकट में डाल दिया है। अमूमन 15 फरवरी तक पिछले 10 सालों से शत प्रतिशत धान का उठाव कर लिया जाता रहा है ,जिससे कोरबा जिला लगातार 10 साल से शत प्रतिशत धान का परिदान कर कीर्तिमान रचते आ रहा है ,लेकिन इस साल ग्यारहवें वर्ष यह कीर्तिमान कोरबा से छीन सकता है।जिले में कुल खरीदे गए धान में से 29 फरवरी की स्थिति में 65 में से 57 सहकारी समितियों में अभी भी 1 लाख 6 हजार 648 .40 क्विंटल समर्थन मूल्य पर 23 करोड़ 28 लाख 13 हजार 457.2 रुपए का धान जाम पड़ा है ।
मार्कफेड द्वारा मुख्यालय से लक्ष्य मिलने पर 17 फरवरी को अंतिम बार उपार्जन केंद्रों में शेष शत प्रतिशत धान के उठाव के लिए सभी 110 राइस मिलरों को डीओ जारी किया गया था। लेकिन डीओ की मियाद 10 दिवस बीतने के उपरांत भी राईस मिलर उक्त धान का उठाव नही। कर सके। लिहाजा तेज धूप में लगातार खरीदे गए धान के वजन में कमी आ रही है। जिससे इस साल समितियों को बड़े पैमाने पर शार्टेज का डर सता रहा। महज 8 उपार्जन केंद्रों करतला ,जटगा (तुमान),जवाली ( रंजना ),पाली (नुनेरा),फरसवानी,बिंझरा (तानाखार )लाफा (पोटापानी) एवं श्यांग चिर्रा ही शत प्रतिशत धान का परिदान कर सके हैं। साथ ही ऐसे उपार्जन केंद्र जहां 500 क्विंटल से कम धान जाम हैं वे भी शत प्रतिशत धान परिदान की स्थिति में हैं ,लेकिन इससे अधिक मात्रा में जिन उपार्जन केंद्रों में धान जाम हैं वहाँ शार्टेज की स्थिति निर्मित हो सकती है। हालांकि डीएमओ 8 मार्च महाशिवरात्रि तक शत प्रतिशत धान के उठाव का दावा कर रही हैं लेकिन ये दावे परिणाम में बदलते हैं या फिर महज वादे मात्र रह जाते हैं यह हफ्ते भर बाद पता चल जाएगा।

घाटे की भरपाई समिति से लाभ मार्कफेड को ,समितियां नाराज,न्याय के लिए कोर्ट का खटखटाएंगी दरवाजा

एक तरफ शत प्रतिशत धान का परिदान नहीं कर पाने की स्थिति में शार्टेज की वसूली सहकारी समितियों से ही शासन करती है ,वहीं डीओ जारी करने के बाद भी उपार्जन केंद्रों से समय पर धान का उठाव नहीं कर पाने पर राईस मिलरों से प्रति क्विंटल 10 रुपए की दर से लगाई जाने वाली पेनाल्टी राशि की मार्कफेड को मिलती है । जिससे सहकारी समितियां नाराज हैं वे पेनाल्टी की इस राशि को सहकारी समितियों को दिए जाने की मांग के साथ कोर्ट का रुख करने वाली हैं।

प्रत्येक राईस मिलरों को पड़ेगी 4 लाख की पेनाल्टी

जिले में 110 पंजीकृत राइस मिलर्स हैं ,जिनका शासन की धान परिवहन नीति के तहत अनुबंध हुआ है । मार्कफेड के डीएमओ के अनुसार प्रत्येक राइस मिलरों को समय पर धान का उठाव नहीं कर पाने पर लगभग 4 लाख रुपए की पेनाल्टी लग गई है । कुल कितनी पेनाल्टी लगी बिलिंग मॉड्यूल आने के बाद ही स्पष्ट होगा।

उपार्जन केन्द्रवार जाम धान एक नजर में 👇

उपार्जन केंद्र -धान क्विंटल में – कीमत

अखरापाली -1149 .60- 25,09,576/-

उतरदा -3860.80-84,28,126/-

बोईदा -758.40 -16,55,587/-

कटघोरा -150 -3,27,450 /-

कनकी -2051.20-44,77,784/-

केरवाद्वारी -2700 -58,94,100 /-

कुल्हरिया -1060 -23,13,980/-

कोथारी-7478.80-1,63,26,220 /-

कुदमुरा-967.60 -21,12,270/-

कोरकोमा-3040 -66,36 ,320/-

चचिया -670-14,62,610/-

कोरबी (पाली)-1537.20-33,55,707/-

कोरबी (पोंडी उपरोड़ा )-3784-82,60,472/-

चैतमा -1477.20 -32,24,727/-

चिकनीपाली -1190 -25,97,770/-

लबेद -400-8,73,200/-

छुरीकला -840 -18,33,720 /-

सुमेधा -1124 -24,53,692 /-

जटगा -3080 -67,23,640/-

जवाली -2268 – 49,51,044 /-

तुमान -2780-60,68,740/-

तिलकेजा -2080-45,40,640/-

दूरपा -58 -1,26,614/-

नवापारा -6050-1,32,07,150 /-

बेहरचुआं -4832 -1,05,48,256/-

निरधि -1684 -36,76,172 /-

पठियापाली -220 -4,80,260/-

पसान -460 -10,04,180 /-

लैंगा -1415 -30,88,945/-

पाली -106 -2,31,398/-

बकसाही-220-4,80,260/-

पिपरिया -409.60 -8,94,156/-

कर्रानवापारा -1257.60-27,45,340/-

पोंडी -1510 -32,96,330/-

पोंडी उपरोड़ा -460-10,04,180/-

बरपाली (कोरबा) 2716-59,29,901/-

बरपाली (बरपाली) -8396.80 -1,83,30,214/-

बिंझरा -1040 -22,70,320/-

कुदुरमाल -91 .20 -1,99,0,89/-

भैसमा -280 -6,11,240/-

भिलाईबाजार -1517.20 -33,12,047/-

मोरगा – 510-11,13,330/-

मदवानी -1100 -24,01,300/-

रामपुर -11084 -2,41,96,372 /-

लाफा -70 -1,52,810 /-

सपलवा -583.20 -12,73,125/-

लेमरू -929.60 -20,29,316/-

श्यांग-3402 -74,26,566/-

उमरेली -1780 -38,85,740/-

सुखरीकला-2604 -56,84,532/-

सिरमिना -3300-72,03,900/-

दादरखुर्द -514-11,22,062/-

सोनपुरी -243.60-5,31,778 .8/-

कराईनारा -378-8,25,174/-

सोहागपुर-663-14,47,329/-

नोनबिर्रा -640-13,97,120/-

हरदीबाजार-1675.60-36,57,884/-

वर्जन

महाशिवरात्रि तक कर लेंगे शत प्रतिशत धान का उठाव,विलंब के लिए राईस मिलरों को पड़ रही पेनाल्टी

95 फीसदी से अधिक धान का उठाव हो चुका है ,जारी डीओ के अनुपात में समय पर धान का परिवहन करने में विफल रहने वाले जिले के लगभग सभी राईस मिलरों को 4 लाख रुपए की पेनाल्टी लग चुकी है। बिलिंग मॉड्यूल आने के बाद राशि स्पष्ट होगी। जिले में महाशिवरात्रि तक शत प्रतिशत धान का उठाव कर लेंगे।

जान्हवी जिल्हारे ,डीएमओ कोरबा

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