रायपुर,22 फरवरी । छत्तीसगढ़ में मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय की सरकार नक्सलमुक्त छत्तीसगढ़ की दिशा में आगे बढ़ रही है। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह (Amit Shah) ने तीन वर्ष के भीतर देश को नक्सलमुक्त बनाने का लक्ष्य रखा है। इस कड़ी में नक्सलियों के खिलाफ अभियान तेज होने से जवान बस्तर में विकास की गंगा बहाने में सहभागी हो रहे हैं। कुछ वर्ष तक जिन खेतों में नक्सली कब्जा कर यहां सब्जियां उगा रहे थे, जिन तालाबों में मछलियां पाल रहे थे, वहां सुरक्षा बलों के जवानों ने कैंप स्थापित कर ये खेत ग्रामीणों को लौटाया जा रहा है।
बस्तर के बीहड़ सुकमा जिले के उन गांवों में जहां नक्सली कमांडर हिड़मा के आतंक की वजह से किसी ग्रामीण की कुछ बोलने की हिम्मत नहीं होती थी। वहां जांबाज जवानों ने गांवों में घुसकर यहां विकास की इबारत लिख दी। अब गांव के ग्रामीण ही खेत में फसल उगाकर उसका आपस में बंटवारा करेंगे। ढाई महीने की सरकार में यहां कई नए कैंप खुले है। इनमें बीजापुर में नवीन सुरक्षा कैंप में पालनार, डुमरीपालनार, चिंतावागू, कावड़गांव, मुतवेंडी, गुंडम, जिला सुकमा में मुलेर, परिया, सलातोंग, मुकराजकोंडा, दुलेड़, टेकलगुड़ेम, पूवर्ती और कांकेर में पानीडोबीर सहित कुल 14 सुरक्षा कैंप स्थापित किए गए हैं।
सीएम-डिप्टी सीएम के बाद अब शाह बढ़ाएंगे हौसला
नक्सल प्रभावित क्षेत्र में प्रदेश के मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय लगातार दौरा कर रहे हैं। उप मुख्यमंत्री व गृह मंत्री विजय शर्मा भी तीन बार नक्सली क्षेत्र में बीहड़ इलाकों में पहुंच चुके हैं। 30 जनवरी को टेकलगुड़ेम में हुए नक्सली हमले की पूरी वस्तु स्थिति और जानकारी लेने गृह मंत्री शर्मा सिलगेर पहुंचे। यहां जवानों व आदिवासियाें को हौसला बढ़ाया। अब केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह 22 फरवरी को लोकसभा सीट बस्तर क्षेत्र के कोंडागांव जिले में पहुंचेंगे। यहां पार्टी के लोकसभा प्रभारी, क्लस्टर प्रमुखों से वन टू वन चर्चा करेंगे। इसके साथ ही नक्सल सुरक्षा की समीक्षा करेंगे।
विकास की राह पर बस्तर
नक्सल समस्या की वजह से कई वर्षों तक आदिवासी शिक्षा, स्वास्थ पेयजल जैसी तमाम बुनियादी सुविधाओं से आदिवासी दूर रहे। मुख्यमंत्री साय के निर्देश पर नियद नेल्लानार योजना के अंतर्गत गांव में तमाम ज़रूरी सुविधाएं पहुंचाने का कार्य शुरू कर दिया गया है। सुकमा कलेक्टर हरिस एस. सिलगेर से पूवर्ती गांव के बीच सड़क का कार्य प्रारंभ कर दिया गया है। वहीं पूवर्ती में ही स्कूल भवन, राशन दुकान भवन, शौचालय, गांव में शुद्ध पेयजल के लिए बोरिंग वाहन गांव चुके हैं। साथ ही जल जीवन मिशन के तहत पीने के शुद्ध पानी की व्यवस्था का कार्य जल्द प्रारंभ किया जा है।
बिजली विभाग ने गांव में बिजली की लाइन पहुंचाने सर्वे पूरा कर लिया है। अभी पूवर्ती के गांव को हाई मास्क लाइट से रोशन करने कार्य प्रारंभ कर दिया गया है। यहां जिला पुलिस बल, सीआरपीएफ़ और ज़िला प्रशासन कंधे से कंधा मिला कर रहे कार्य का असर दिख रहा है। सुकमा में नक्सलियों के खिलाफ अभियान में बस्तर आइजी पी. सुंदरराज, सुकमा एसपी किरण चव्हाण, सीआरपीएफ़ डीआइजी अरविंद राय ,कलेक्टर हरिस एस. कैंप के स्थापना से पूर्व गांव में कैंप के स्थापना के साथ गांवों को निखारने की रणनीति बना रहे हैं।
सीएम की संवेदनशीलता से नक्सली की मां का इलाज
पिछले दिनों मुख्यमंत्री साय की संवेदनशीलता देखने को मिली। जिस एक करोड़ के इनामी नक्सली कमांडर हिड़मा ने वर्षों तक लोगों को सुविधाओं से दूर रखा। उसके गांव में कैंप खुलने से सबसे पहले शिविर में उसकी मां का स्वास्थ्य का परीक्षण हुआ। यह मुख्यमंत्री साय की संवेदनशीलता का परिणाम है। साय के नक्सल प्रभावित इलाकों के लोगों को विकास की मुख्य धारा से जोड़ने के संकल्प का नतीजा है कि यहां बिजली, पानी, सड़क, आवास, मुफ़्त अनाज, शिक्षा और स्वास्थ्य सुविधाएं पहुंचने लगी हैं।
जवानों की सुरक्षा के लिए स्पाइक रेजिस्टेंस बूट
गृह मंत्री विजय शर्मा ने बताया कि विष्णुदेव की सरकार में जवानों के लिए रेडी टू ईट, गश्त के दौरान स्पाइक रेजिस्टेंस बूट उपलब्ध कराने के लिए 2 करोड़ रुपये का प्रविधान किया गया है। विशेष अधोसंरचना योजना के लिए 60 करोड़ रुपये का बजट नए हथियार गोला-बारूद उपकरण, ड्रोन व अन्य हार्डवेयर-साफ्टवेयर उपकरण खरीदने के लिए प्रविधान है।
छत्तीसगढ़ के गृह मंत्री विजय शर्मा ने कहा, पिछले पांच वर्षों में पुलिस विभाग का मनोबल गिरा हुआ था, हमारी सरकार ने पुलिस और आम जनता के बीच संवाद को बढ़ाने की पहल की। साथ ही अपराधियों में पुलिस का खौफ कायम करने की दिशा में भी काम किया है। ये विष्णुदेव साय की सरकार है। हम नक्सल क्षेत्र बस्तर में विकास की गंगा बहाकर ही रहेंगे।
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