दंतेवाड़ा, 29 जनवरी 2024। वर्तमान में कोई भी प्रतियोगी परीक्षा हो या अन्य कोई शासकीय कार्य आधार कार्ड मे दी गयी जानकारियों का त्रुटिहीन होना अनिवार्य है कारण, आधार कार्ड की जानकारी ही संबंधित का पहचान पुख्ता करती है। परन्तु कभी-कभी आधार कार्ड के मुद्रण में जन्म तिथि या फिर निवास स्थान अथवा सरनेम मे भूलवश त्रुटियां मुद्रित हो जाती है। जिसके सुधार के लिए कार्यालयों में भागदौड़ करनी पड़ती है, और फिर इसके संशोधन की प्रक्रिया की भी एक तय सीमा निर्धारित है ऐसे में अगर किसी के समक्ष परीक्षा जैसे महत्वपूर्ण अवसर हो तो परेशानी होना स्वाभाविक है। इसके लिए समय रहते ही आधार कार्ड में सुधार करवा लेना ही बुद्धिमानी है।
इस क्रम में मुख्यालय के पंड़ेवार ग्राम की छात्रा ‘‘रीना ठाकुर‘‘ को ऐसे ही क्षणों का सामना करना पड़ा। ‘‘रीना‘‘ मुख्यालय के ‘‘छू-लो आसमान संस्था‘‘ में कक्षा-12वीं में अध्ययनरत है और उसके जेईई प्रतियोगी परीक्षा 30 जनवरी को निश्चित थी। परन्तु उसके आधार कार्ड में उसकी जन्मतिथि एवं सरनेम में त्रुटियां होने के कारण परीक्षा में बैठना उसके लिए संभव नहीं हो रहा था। इसके अलावा 18 वर्ष के कम होने के कारण उसे आधार कार्ड में संशोधन के लिए एक लंबी प्रक्रिया बताई गयी थी और उसके पास इतना समय ही नहीं बचा था।
अतः उसने संस्था की वार्डन श्रीमती सैनी रविन्द्र के कहने पर दिनांक 17 जनवरी को जिला प्रशासन को अपनी दिक्कतों से अवगत कराया। इस पर प्रशासनिक त्वरित कार्यवाही की गयी। और उक्त छात्रा के आधार कार्ड में तत्काल सुधार किया गया।
फलस्वरूप समय रहते दिनांक 27 जनवरी को छात्रा के आधार कार्ड में सुधार कर उसे दे दिया गया है। इसके लिए छात्रा ‘‘रीना‘‘ ने हर्षित होकर जिला प्रशासन का धन्यवाद ज्ञापित किया है। उसका कहना था कि आधार कार्ड में सुधार होने से अब वह निश्चित होकर परीक्षा दे सकेगी और इसके लिए वह जिला प्रशासन का बहुत आभारी है।
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