पुस्तकें दान करना सबसे बड़ा पुण्य का कार्य — ममता

चांपा – जिला प्रशासन की एक अभिनव पहल पुस्तक दान महाअभियान के तहत शासकीय प्राथमिक शाला सोंठी की एक्टिव टीचर एवं मुख्यमन्त्री गौरव अलंकरण के तहत शिक्षादूत सम्मान से सम्मानित शिक्षिका ममता जायसवाल ने इस अभियान की सराहना करते हुए पुस्तकें दान की । उन्होंने आज इस अभियान के प्रभारी बीआरसी हीरेन्द्र बेहार को दान की पुस्तकें देकर अपनी सहभागिता निभाई । इस अवसर पर उन्होंने कहा कि पुस्तकें दान करना सबसे बड़ा पुण्य का कार्य है । दान से मिले इन पुस्तकों से लाइब्रेरी बनेगी जो आज के समय मे सबसे महत्वपूर्ण कार्य है । जो हम सबको करना चाहिए ।पुस्तकें हर कठिन समय मे हमे रास्ता दिखाती है। युवा पीढ़ी के लिए मार्गदर्शक लाइब्रेरी है । यहाँ से वह अपनी मनचाही किताबों को पढ़कर ज्ञान अर्जित कर सकते है ।यहाँ विचारों का आदान प्रदान होता है इससे विद्यार्थी अपने लक्ष्य की ओर बढ़ते है । सभी अपना अपना योगदान देकर इसे और समृद्ध बनाये । इस अवसर पर उमेश दुबे , शिवप्रकाश जायसवाल एवं सुशील शर्मा उपस्थित थे।