जिस मानव ने शिशिर की कड़कती ठण्ड को सहन किया है, वही बसंत के बहार की सच्ची अनुभुति कर सकता है, जो दुख से परिचित है वहीं सुख की सच्ची पहचान कर सकता है। इसी प्रकार जिन्होंने वर्षो तक गुलामी में अपनी जिन्दगी गुजारी है वही स्वतंत्रता का सच्चा मोल बता सकता है। देश की आजादी के बाद भारत जैसे विशाल लोकतंत्र को एक सर्वमान्य संविधान की आवश्यकता हुई हर वर्ग के भारतीयों के अधिकारो एवं कर्तव्यों को ध्यान में रखते हुए संविधान निर्मात्री सभा के अध्यक्ष डाॅ. भीमराव अम्बेडकर ने 26 नवम्बर 1949 को संविधान का प्रारूप संसंद में रखा और 26 जनवरी 1950 को पारित हुआ, उसी दिन से भारत एक सम्पूर्ण प्रभुत्व संपन्न लोकतंत्रात्मक गणराज्य के रूप में स्थापित हुआ। उस एतिहासिक दिन को हम गणतंत्र दिवस के रूप में हर्षोल्लास से मनाते आ रहे है। इसी तारतम्य में डाॅ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी ताप विद्युत गृह में 75 वाॅ ’’गणतंत्र दिवस’’ हर्षोल्लास के साथ मनाया गया एवं उत्कृष्ट कार्य करने वाले कर्मियों का सम्मान प्रशस्ति पत्र एवं स्मृति चिन्ह के साथ किया गया।
यह राष्ट्रीय पर्व मुख्य अभियंता डाॅ. हेमन्त सचदेव के मुख्य आतिथ्य, कारखाना प्रबंधक संजीव कंसल की अध्यक्षता एवं अति. मुख्य अभियंताओं अंजना कुजुर, राजेश्वरी रावत, आशीष श्रीवास्तव, एल.एन. सूर्यवंशी एवं प्रेरणा महिला मण्डल की अध्यक्षा सविता सचदेव, उपाध्यक्षा अल्का कंसल, सचिव अनिता टण्डन, सांस्कृतिक सचिव सुनीता शर्मा एवं प्रेरणा महिला मण्डल के पदाधिकारी के आतिथ्य में सम्पन्न हुआ। मुख्य अतिथि डाॅ. सचदेव के द्वारा ध्वजारोहण किया गया। राष्ट्रीय गान के पश्चात् राष्ट्रपिता महात्मा गांधी एवं छत्तीसगढ महतारी के छायाचित्र पर श्रद्धा सुमन अर्पित किया गया। विद्युत गृह उच्चतर माध्यमिक विद्यालय के छात्र/छात्राओं द्वारा सस्वर राजकीय गीत एवं देशभक्ति गीत के पश्चात् मुख्य अतिथि द्वारा सुरक्षा सैनिकों की परेड का निरीक्षण किया गया। तत्पश्चात् मुख्य अतिथि डाॅ. सचदेव तथा समस्त अति.मुख्य अभियंता एवं प्रेरणा महिला मंडल के अध्यक्षा सविता सचदेव तथा महिला मंडल के समस्त पदाधिकारियों ने मिलकर शांति के प्रतीक गुब्बारों को छोड़ा। इस अवसर पर सभी अधिकारी/कर्मचारी, समस्त श्रमिक संगठन के नेता एवं ठेका श्रमिक उपस्थित थे।
इस शुभ अवसर पर विद्युत कंपनी के अध्यक्ष महोदय के संदेश का वाचन मुख्य अतिथि डाॅ. सचदेव के द्वारा किया गया। उन्होंने कहा कि ’’प्रदेश के यशस्वी मुख्यमंत्री माननीय श्री विष्णु देव साय ने नई ऊर्जा के साथ प्रदेश के सर्वांग्रीण विकास का संकल्प लिया है, उन्हें पूरा करने में छत्तीसगढ़ स्टेट पाॅवर कंपनी की अहम भूमिका रही है। सस्ती और सुलभ बिजली के जरिए हम आम आदमी के जीवन स्तर को बेहतर बनाने के लिए हम सभी कार्य कर रहे है। छत्तीसगढ़ में बढ़ रही बिजली की मांग, प्रदेश के तीव्र विकास का सूचक है। प्रदेश के 62 लाख 64 हजार उपभोक्ताओं को निरंतर गुणवत्तापूर्ण बिजली प्रदान करना हमारे लिये गर्व का कारण है। प्रदेश में वर्ष 2023 में विद्युत की अधिकतम मांग 5,900 मेगावाट को पूरा करने में हम सफल रहे जो पिछले वर्ष की तुलना में लगभग 10ः अधिक है। मैं सभी अधिकारियों एवं कर्मचारियों को बधाई देता हूँ, जिनके अथक प्रयासों से हमने जीरो पाॅवर कट स्टेट की पहचान को यथावत् रखा है। यूनिट का रिकार्ड विद्युत उत्पादन क्षमता को निरंतरता के साथ बनाए रखने के लिए मैं जनरेशन कंपनी की पूरी टीम को बधाई एवं शुभकामनाएं देता हँू।’’
डाॅ. सचदेव ने अपने संयंत्र की प्रगति पर प्रकाश डालते हुए अपने उद्बोधन में कहा कि ’’छत्तीसगढ़ राज्य के गठनोपरान्त जहां एक ओर विद्युत उत्पादन की क्षमता में वृद्धि हुई है वही दूसरी ओर विद्युत की मांग में बढ़ोत्तरी हुई है। यह हमारे लिये अत्यंत गौरव की बात है कि हमारे संयंत्र डीएसपीएम कोरबा पूर्व पूरे भारत में सभी ताप विद्युत गृहों में द्वितीय (दिसंबर 2023 तक) स्ािान पर तथा राज्य पाॅवर कंपनियों में प्रथम स्थान पर है। यह सम्मान आप सभी के कर्तव्य परायणता एवं उत्कृष्ट व सुसंस्कृत कार्यशैली का सुखद परिणाम है।’’ उन्होने कहा विŸाीय वर्ष 2023-24 में हमारे संयंत्र की इकाई क्रमांक एक 94.92ः एवं इकाई क्रमांक दो 94.25ः च्स्थ् इस विद्युत संयंत्र का औसत च्स्थ् 94.58ः के साथ 3067.673 मिलियन यूनिट का उत्पादन हो चूका है। इस संयंत्र का न्यूनतम तेल खपत 0.169 डस्ध्ज्ञॅभ् रहा है। डाॅ. सचदेव ने अपने उद्बोधन में सभी अधिकारियों एवं कर्मचारियों से कहा है कि हम सभी को इस उपलब्धि के लिए कर्मियों को श्रेय देते हुये उन्हें बधाई दी।
उन्होंने कहा यह कर्मचारियों/अधिकारियों की दक्षता को परिलक्षित करता है। आने वाले समय की चुनौतियों का भी हम सभी को डट कर सामना करना है। गणतंत्र दिवस के अवसर पर रायपुर मुख्यालय कीे अनुशंसा पर मुख्य रसायनज्ञ सह वरि. कल्याण अधिकारी, गोवर्धन सिदार, अधीक्षण अभियंता पी.आर. वारते कार्यपालन अभियंता बसंत कुमार राना, बी.के. मोहन्ती एवं नवीन मानिक को प्रमाण पत्र, स्मृति चिन्ह् एवं समृद्धि प्रोत्साहन राशि से सम्मानित किया गया। स्थानीय स्तर पर 49 अधिकारियों/कर्मचारियों प्रमाण पत्र तथा स्मृति चिन्ह् दिया गया। साथ ही 35 ठेका कर्मियों को उत्कृष्ट कार्य के लिए स्मृति चिन्ह् के साथ समृद्धि प्रोत्साहन राशि से सम्मानित किया गया। गणतंत्र दिवस के अवसर पर संयंत्र के दो कर्मियो को संरंक्षा जागरूकता आवार्ड से भी सम्मानित किया गया। विभागीय तौर पर संयंत्र के 18 समुहों को गु्रप अवार्ड से भी सम्मानित किया गया। साथ ही विद्युत संयंत्र में कार्यरत् अधिकारियों/कर्मचारियों के प्रतिभावान 10 बच्चों को भी स्मृति चिन्ह् देकर पुरस्कृत किया गया। मंच का संचालन अधीक्षण अभियंता आर.पी.टण्डन एवं हेमलता गुरूपंच ने संयुक्त रूप से किया तथा अधीक्षण अभियंता (मा.संसा.), देवीशंकर राॅय ने सभी का आभार व्यक्त किया। कार्यक्रम को सफल बनाने में मुख्य रसायनज्ञ सह वरिष्ट कल्याण अधिकारी गोवर्धन सिदार, एस. के. डेविड, महिपाल कैवर्त, भुवनेश्वरी साहू तथा राजकुमार का योगदान सराहनीय रहा।
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