जांजगीर लोकसभा में घमासान के बीच सुनीता का नाम उभर कर आया सामने


0 नए प्रत्याशी पर दांव की तैयारी


जांजगीर-चांपा (अकलतरा), 28 जनवरी। लोकसभा चुनाव की तैयारी शुरू हो चुकी है। उम्मीदवारों ने अपने अपने भाग्य आजमाने शुरू कर दिया है लेकिन इस लोकसभा चुनाव में दिल्ली की यह सत्ता सुंदरी किसी एक के गले में ही वरमाला डालेगी इसलिए उम्मीदवारों के सामने चुनौतियां ज्यादा है।


जांजगीर-चांपा लोकसभा आरक्षित सीट है इसलिए इस सीट पर अनुसूचित जाति नेतृत्व को लेकर घमासान ज्यादा है। इसी घमासान के बीच एक नाम उभर कर सामने आया है वह नाम है सुनीता पाटले। वे वर्तमान में भाजपा अनुसूचित जाति में प्रदेश मंत्री का पद संभाल रही हैं और जिनकी राजधानी में पकड़ मजबूत बतायी जा रही है। सुनीता पाटले जांजगीर लोकसभा की सबसे हाटसीट अकलतरा के नरियरा से है जहां की मिट्टी की बात ही अलहदा है। नरियरा अकलतरा विधानसभा के सबसे बड़े गांव में आता है और अब नरियरा स्वतंत्र नगर पंचायत बनने जा रहा है ऐसी मिट्टी में बहु बन कर आने वाली वाली सुनीता पाटले के व्यक्तित्व पर यहां की राजनीतिक विचारधारा का जो असर होना ही था। अगर वे लोकसभा चुनाव जीतने का दावा करें तो आश्चर्य नहीं होना चाहिए। वैसे भी प्रदेश मंत्री सुनीता पाटले ने अपना राजनीतिक सफर 1996 से शुरू कर दिया था। ढाई दशक के राजनीतिक जीवन में उन्होंने सामान्य सदस्य से प्रदेश महामंत्री का पद संभाला है और उत्तरोत्तर पद सोपान में वृद्धि ही दर्ज की है उनकी पार्टी के प्रति निष्ठा और मेहनत देखकर उन्हें अंबिकापुर जिले में चुनाव सह प्रभारी बनाया गया था जिसे उन्होंने निष्ठापूर्वक निभाया।


बड़े-बड़े धुरंधरों ने सीट गंवाई


इस लोकसभा सीट पर बड़े बड़े धुरंधरों जैसे सांसद गुहाराम अजगल्ले, पूर्व सांसद कमला पाटले, पूर्व विधायक अंबेश जांगड़े, डॉ. सनम जांगड़े, निर्मल सिन्हा, सक्ती से कमलेश जांगड़े और भी नजर नहीं आने वाले अनेक की नजर है लेकिन इन बड़े-बड़े धुरंधरों ने विधानसभा चुनाव में सक्ती और जांजगीर जिले के आठ की आठ सीटें गंवाई है ऐसे में भाजपा हाईकमान इन धुरंधरों को तिरछी नजरों से देख रहे हैं इसलिए संभावना बढ़ जाती है कि इस बार बिल्कुल नये चेहरे को मौका दे सकती है जिसमें प्रदेशमंत्री सुनीता पाटले इन दोनों मापदंडों पर खरा उतरतीं है।


जांजगीर लोकसभा के लिए बेहतर


सुनीता पाटले ने अपने राजनीतिक जीवन में अपना दामन साफ रखा और लगातार ऊंचाई पर गयी। इस लोकसभा के लिए वे ढाई दशक सेवा देने के बाद भी नयी है इसलिए भाजपा हाईकमान इस नाम पर विचार करें तो यह जांजगीर लोकसभा के लिए बेहतर ही होगा। विधानसभा चुनाव 2023 में कोरबा और कटघोरा के अनुसूचित जाति मतदाताओं को एक मंच पर लाकर कोरबा विधानसभा और कटघोरा विधानसभा में भाजपा का परचम लहराने में प्रदेश मंत्री सुनीता पाटले के योगदान को नकार नहीं जा सकता है।

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