⭕एक से बढ़कर एक देशभक्ति नृत्य ने बांधा समां,तालियों की गड़गड़ाहट एवं ‘ भारत माता की जय ‘ के जयकारे से गूंज उठा इंडस पब्लिक स्कूल दीपका का प्रांगण।
⭕ इंडस पब्लिक स्कूल दीपका में कड़ाके की ठंड में भी बच्चों का जोश नहीं हुआ कम,दिखाई अपनी देशभक्ति व प्रतिभा।
कोरबा, 27 जनवरी । हर व्यक्ति उस बात से परिचित है कि 1947 को भारत आजाद हुआ । आज़ादी के बाद देश को सुचारु रुप से चलाने के लिए बाबा साहेब भीमराव आंबेडकर को कानून निर्माण का कार्य सौपा गया अपनी टीम के साथ ढाई साल तक कार्य करते हुए अनेक राष्ट्र को खांगलकर उन्होंने भारत को एक ऐसा संविधान दिया जो जनता का जनता के लिये और जनता के द्वारा था । विश्व केसबसे व्यापक हस्त लिखित संविधान को 26 जनवरी 1950 को देशवासियों केलिएलागू किया गया । तब से 26 जनवरी को गणतंत्र दिवसके रूप में मनाया जाता है । हर स्कूल कॉलेज सरकारी गैर सरकारीसंस्थाओं में राष्ट्रध्वज का फहराकर नमन किया जाता है । दीपका स्थित इंडस पब्लिक स्कूल में भी इस राष्ट्रीय त्यौहार को उल्लास के साथ मनाया गया। इस बार अचानक ठंड ने अपना कहर बरपाना शुरू कर दिया ।जो गणतंत्र दिवस के दिन पूरे शबाब पर था। जो बच्चों के उत्साह एवं जोश को ठंडा नहीं कर सका। परेड कमांडर सिमरन सिंह एवं शिवम सिंह ने परेड की सलामी दी।विद्यालय के प्राचार्य महोदय डॉ संजय गुप्ता ने शैक्षणिक प्रभारी श्री सब्यसाची सरकार एवं शैक्षणिक प्रभारी श्रीमती सोमा सरकार के साथ गणमान्य नागरिकों की उपस्थिति में ध्वजारोहण का कार्य संपन्न किया एवं परेड को सलामी दी । सांस्कृतिक कार्यक्रम में प्रत्येक कक्षा के बच्चों ने आकर्षक प्रस्तुति दी । उपस्थित अतिथि एवं अभिभावकों ने बच्चों के कार्यक्रम की अप्रतिम सराहना की ।उनके जज्बे को सलाम किया ।बच्चों को मिष्ठान वितरण कर एक साथ श्रम वीर क्रीडांगण में आयोजित परेड में सम्मिलित होने के लिए गए । श्रमवीर स्टेडियम में आयोजित गणतंत्र दिवस समारोह के परेड में भी इंडस पब्लिक स्कूल के विद्यार्थियों ने अपना उम्दा प्रदर्शन कर पुरस्कार प्राप्त किया। साथ ही देशभक्ति से उत्प्रोत नृत्य की प्रस्तुति हेतु विशेष पुरस्कार से इंडस पब्लिक स्कूल दीपका के विद्यार्थियों को सम्मानित किया गया।
इस अवसर पर इंडस पब्लिक स्कूल दीपका के प्राचार्य डॉ संजय गुप्ता ने कहा कि राष्ट्र ने हमें राष्ट्रीयता दी है। गणतंत्र दिवस 26 जनवरी को इसलिए मनाते हैं, क्योंकि इस दिन साल 1930 में ‘भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस’ ने ब्रिटिश हुकूमत से पूर्ण स्वराज की घोषणा की थी।गणतंत्र दिवस वह दिन है जब भारत गणराज्य उस तारीख को चिह्नित करता है और जश्न मनाता है जिस दिन 26 जनवरी 1950 को भारत का संविधान लागू हुआ था। इसने भारत सरकार अधिनियम 1935 को भारत के शासी दस्तावेज़ के रूप में प्रतिस्थापित कर दिया, इस प्रकार देश को एक प्रभुत्व से ब्रिटिश राज से अलग एक गणतंत्र में बदल दिया गया। भारतीय संविधान में 395 अनुच्छेद,22 भाग और 12 अनुसूचियां हैं। भारतीय संविधान में करीब 150000 शब्द हैं। यह दुनिया का सबसे बड़ा लिखित संविधान है। भारतीय संविधान में जहां व्यक्ति के कुछ मूलभूत अधिकार निर्धारित किए गए हैं वहीं कुछ कर्तव्य भी बताए गए हैं। भारत एक प्रजातांत्रिक देश है जिसमें लोगों को अपने देश का प्रतिनिधित्व करने का मौका मिलता है। स्वयं के भारती होने पर हमेशा हमें गर्व महसूस करना चाहिए। यहां की संस्कृति यहां की विरासत यहां की परंपराएं यहां की मान्यताएं अद्वितीय हैं। डॉक्टर संजय गुप्ता ने सभी क्षेत्रवासियों को 75 वें गणतंत्र दिवसकोटिश बधाई दी।
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