10 से 28 फरवरी तक चलेगा फाईलेरिया उन्मूलन के लिए दवा सेवन कार्यक्रम
राष्ट्रीय फाईलेरिया उन्मूलन कार्यक्रम के तहत जिला टॉस्क फोर्स समिति की बैठक आयोजित
रायगढ़, 23 जनवरी 2024 I कलेक्टर कार्तिकेया गोयल की उपस्थिति में कलेक्ट्रेट सभाकक्ष में राष्ट्रीय फाईलेरिया उन्मूलन कार्यक्रम के तहत जिला टॉस्क फोर्स समिति सह अन्तर्विभागीय समन्वय बैठक का आयोजन किया गया। बैठक में कलेक्टर श्री गोयल ने जिले सभी अधिकारियों को कार्यक्रम के सफलता पूर्वक संचालन के लिये निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि फाईलेरिया उन्मूलन कार्यक्रम में विशेष रूप से शिक्षा विभाग, महिला एवं बाल विकास विभाग तथा मितानिन की मुख्य रूप भूमिका रहेगी। कलेक्टर श्री गोयल ने श्रम विभाग के साथ औद्योगिक क्षेत्र के सभी कंपनियों में कार्यरत अधिकारी-कर्मचारियों को भी दवा खिलाने हेतु निर्देशित किया ताकि जिले में शत-प्रतिशत जनसंख्या को दवा सेवन करवाया जा सके।
इस अवसर पर सीईओ जिला पंचायत जितेन्दर यादव, अपर कलेक्टर सुश्री संतन देवी जांगड़े, अपर कलेक्टर राजीव कुमार पाण्डेय, डीएफओ रायगढ़ सुश्री स्टायलो मण्डावी, डीएफओ धरमजयगढ़ अभिषेक जोगावत, आयुक्त नगर निगम सुनील कुमार चंद्रवंशी, समस्त एसडीएम, मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ.आर.एन मण्डावी, जिला कार्यक्रम प्रबंधक सुश्री रंजना पैंकरा एवं जिला स्तरीय अधिकारी उपस्थित रहे।
जिला मलेरिया अधिकारी डॉ.टी.जी.कुलवेदी ने राष्ट्रीय वेक्टर जनित रोग नियंत्रण कार्यक्रम के तहत फरवरी माह में होने वाले विशेष कार्यक्रम राष्ट्रीय फाईलेरिया उन्मूलन कार्यक्रम के तहत फाईलेरिया सामुहिक दवा सेवन की जानकारी दी। उन्होंने बताया कि राज्य सरकार के दिशा-निर्देशानुसार 10 से 28 फरवरी 2024 तक फाईलेरिया उन्मुलन के लिए फाईलेरिया दवा सेवन कार्यक्रम के तहत हाथीपांव की दवाई खिलाई जानी है, जिसमें 10 से 15 फरवरी तक सभी आंगनबाड़ी केन्द्रों, स्कूल, कालेज, तकनीकी संस्थानों के साथ-साथ सभी स्वास्थ्य संस्थाओं में बूथ लगाकर हाथीपांव की दवा खिलाई जाएगी। इसके साथ ही 16 से 24 फरवरी तक गृह भेट कर घर-घर जाकर दवा सेवन करायी जाएगी एवं शेष छुटे हुए व्यक्तियों को मॉप-अप राउंड में 26 से 28 फरवरी तक दवा का सेवन कराया जाएगा। जिसमें रायगढ़ जिले की कुल लक्षित जनसंख्या को दवा सेवन कराने पर विशेष जोर दिया जायेगा।
कार्यक्रम में जिनको दवा सेवन से वंचित रखा गया है, उसमें मुख्य रूप से डीईसी दवाई हेतु 0 से 2 वर्ष तक के बच्चे, ईवरमेक्टिन दवा हेतु 0 से 5 वर्ष तक के बच्चों के साथ 90 से.मी.से कम उचाई वाले व्यक्ति, अति गंभीर पीडि़त व्यक्तियों, इसमें गर्भवती महिलाएं, स्तनपान कराने वाली महिलाएं, गंभीर बीमारी से पीडि़तों को दवा नही दिया जाएगा। कार्यक्रम में दवाईओं की खुराक के बारे बताया में भी बताया गया। जिला मलेरिया अधिकारी ने बताया कि पूरे भारत वर्ष में छ.ग.राज्य के रायगढ़ जिले के साथ अन्य 5 जिलों में यह कार्यक्रम चलाया जाएगा।
उन्होंने फाईलेरिया दवा सेवन कार्यक्रम के सफल संचालन हेतु अन्य विभागों से समन्वय एवं सहयोग हेतु अपील की है। उन्होंने जिला स्तरीय सभी अधिकारी, कर्मचारियों को कार्यक्रम की बारीकीयों से अवगत कराते हुए जनसामान्य को सामूहिक दवा सेवन के बारे में जानकारी देने एवं प्रेरित करने को कहा गया। विकासखण्ड के सभी ग्रामीण एवं शहरी क्षेत्रों में कार्यक्रम हेतु जागरूकता अभियान चलाई जाएगी। बैठक में डब्ल्यूएचओ के जोनल क्वाॢडनेटर डॉ.स्नेहाश्री, एफएलए प्रीति शर्मा, विकासखण्ड सुपरवाईजर गौतम प्रसाद सिदार, पीसीआई से डीसी अशोक कुमार गुप्ता एवं स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी-कर्मचारी उपस्थित थे।
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