वोकेशनल विषयों में मसाज करना भी सीखेंगे विद्यार्थी, पढ़ें पूरी खबर

जबलपुर। कालेजों में स्नातक अंतिम वर्ष के विद्यार्थियों को मसाज करना भी सिखाया जाएगा। बीकॉम, बीए, बीएससी व बीबीए सहित अन्य यूजी कोर्स के विद्यार्थियों को थाई मसाज, डीप टिश्यू मसाज सीखने का मौका दिया जाएगा। वोकेशनल विषय के तौर पर शामिल सौंदर्य एवं स्वास्थ्य कल्याण में इसे शामिल किया गया है। ताकि विद्यार्थी स्पा सेंटर, मसाज सेंटर में खोल कर स्वारोजगार कर सके। नई शिक्षा नीति में विद्यार्थियों के लिए वोकेशनल पाठ्यक्रम का चयन अनिवार्य किया गया है।

नई शिक्षा नीति के पालन में उच्च शिक्षा विभाग ने 25 विषयों के विकल्प दिए हैं

टक्स इसमें स्पा सेंटर, मसाज सेंटर, ब्यूटी पार्लर व होटल एवं के स्वास्थ्य रिसोट्रर्स में ब्यूटी क्लिनिक को आधार बताते हुए यह जोड़ा गया है। इसमें भारतीय मालिश और स्पा को केंद्र में उन्हें रखकर रखा गया है। भारतीय मालिश स्पेशलाइजेशन में उद्देश्य, इतिहास, लाभ, पोटली मालिश व उसके उद्देश्य, इतिहास, लाभ व उपचार की तैयारी को भी जोड़ा गया है। नई शिक्षा नीति के पालन में उच्च शिक्षा विभाग ने वोकेशनल कोर्स चयन के लिए 25 विषयों के विकल्प दिए हैं। उनमें से मजास भी एक है।

स्टार्टअप शुरू कर सके इसलिए दिया जाएगा प्रशिक्षण

उच्च शिक्षा विभाग ने प्रथम व द्वितीय वर्ष में भी सौंदर्य एवं स्वास्थ्य कल्याण विषय शामिल था। सेकंड ईयर में एडवांस व फाइनल ईयर में इन विषयों का डबल एडवांस सिलेक्स जारी होता है। इसी कड़ी में स्नातक अंतिम वर्ष के ही विद्यार्थियों को पर्सनालिटी डेवलपमेंट एंड कैरेक्टर बिल्डिंग यानी (व्यक्तित्व विकास और चरित्र निर्माण) व डिजिटल अवेयरनेस एंड सायबर सिक्योरिटी अनिवार्य विषय के तौर पर जोड़ा गया है।

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