मुंबई, 15 जनवरी, 2024: मुंबई फर्स्ट की भागीदारी में शुरू की गई अग्रणी पहल, सोहराब पिरोजशा गोदरेज पर्यावरण पुरस्कार के सफल लॉन्च के बाद अब गोदरेज इंडस्ट्रीज लिमिटेड और इसकी सहायक कंपनियों ने डॉ. अशोक खोसला को इस पुरस्कार का पहला विजेता घोषित किया। मुंबई में आयोजित इस पुरस्कार समारोह में पर्यावरण तथा वहनीयता के क्षेत्र में डॉ.अशोक खोसला के उत्कृष्ट योगदान की सराहना की गई।
अग्रणी पर्यावरणविद् डॉ. अशोक खोसला ने अपने प्रयासों से न केवल देश में बल्कि वैश्विक मंच पर भी अपनी अमिट छाप छोड़ी है। वह अपने विस्तृत करियर के दौरान राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार बोर्ड, राष्ट्रीय पर्यावरण बोर्ड और देश के कैबिनेट की वैज्ञानिक सलाहकार परिषद से जुड़े रहे। अंतरराष्ट्रीय स्तर पर, खोसला ने उल्लेखनीय उपलब्धि हासिल की, साथ ही उन्होंने 1965 में हार्वर्ड विश्वविद्यालय में पर्यावरण पर पहले विश्वविद्यालय पाठ्यक्रम की स्थापना में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई, 1972 में एक विकासशील देश में पर्यावरण के लिए पहली सरकारी एजेंसी का नेतृत्व किया और 1983 में वहनीय विकास से जुड़ा पहला सामाजिक उद्यम स्थापित किया।
इस मौके पर, गोदरेज इंडस्ट्रीज के अध्यक्ष और प्रबंध निदेशक, नादिर गोदरेज ने उनकी प्रशंसा करते हुए कहा, “हमें डॉ. अशोक खोसला को पहला सोहराब पिरोजशा गोदरेज पर्यावरण पुरस्कार देने की घोषणा करते हुए बेहद खुशी हो रही है। उनकी उल्लेखनीय उपलब्धियां और पर्यावरण से जुड़े मुद्दों के प्रति समर्पण का प्रभावशाली असर हुआ, और वह वास्तव में इस पुरस्कार की मूल भावना का प्रतीक हैं। हम उनकी उपलब्धियों का सम्मान करते हुए पर्यावरण से जुड़े मुद्दों और वहनीयता के प्रति अपनी प्रतिबद्धता जारी रखने के लिए प्रेरित हैं।”
पुरस्कार समारोह के मुख्य वक्ता, डॉ. रघुनाथ माशेलकर, एफआरएस, नेशनल इनोवेशन फाउंडेशन के पूर्व अध्यक्ष और सीएसआईआर के पूर्व महानिदेशक ने इस पहल की सराहना करते हुए कहा, “पर्यावरण के क्षेत्र के अग्रदूत, एस. पी. गोदरेज के नाम पर घोषित यह पुरस्कार सबसे पहले पर्यावरण के क्षेत्र में किंवदंती बन चुके, डॉ. अशोक खोसला को दिया जाना और इस मौके पर आयोजित इस अनोखे समरोह में भाग लेना बेहद सौभाग्य की बात है।“
पहले एस. पी. गोदरेज पर्यावरण पुरस्कार पाने वाले डॉ.अशोक खोसला ने इस पर खुशी ज़ाहिर करते हुए कहा, “मैं इस साल का पर्यावरण से जुड़ा एस. पी. गोदरेज पुरस्कार प्राप्त कर सम्मानित महसूस कर रहा हूं। मेरे संगठन, डेवलपमेंट अल्टरनेटिव्स ने गोदरेज इंडस्ट्रीज लिमिटेड और इसकी सहायककंपनियों के साथ कई पर्यावरण तथा आजीविका से जुड़े मुद्दों पर काम किया है। एक वैज्ञानिक के रूप में मेरा मानना है कि पृथ्वी और मानव की सहजीविता से जुड़े सामूहिक दृष्टिकोण को हासिल करने के लिए नवोन्मेष महत्वपूर्ण है। डीए में, वर्षों से मैंने और मेरी टीम ने इस तालमेल को हासिल करने की कोशिश की है। मेरा योगदान मामूली है, लेकिन मुझे उम्मीद है कि यह पुरस्कार युवाओं को पृथ्वी और हम मनुष्यों सहित सभी प्रजातियों की रक्षा की दिशा में ठोस बदलाव लाने के लिए आगे आने के लिए प्रेरित करेगा।”
मुंबई फर्स्ट के उपाध्यक्ष, रोजर सी.बी. परेरा ने कहा, “श्री एस. पी. गोदरेज महान व्यक्तित्व थे और अपने समय से बहुत पहले पैदा हुए थे! उन्होंने अपना पूरा जीवन, अपना समय और अपनी प्रतिभा को पर्यावरण के हित में समर्पित कर दिया। हमारे निर्णायक मंडल ने पहले पुरस्कार के लिए बेहतरीन चयन किया है, जिसके तहत सोहराबजी की तरह ही एक पर्यावरण योद्धा, डॉ. अशोक खोसला को पुरस्कार दिया जा रहा है, जो 1965 से ही न केवल भारत में, बल्कि विश्व स्तर पर काम कर रहे है।“
इस पुरस्कार को पहले साल ही शानदार प्रतिक्रिया मिली। पुरस्कार के मूल्यांकन मानदंड में प्रभाव, नेतृत्व, पर्यावरण से जुड़े मुद्दों के प्रति प्रतिबद्धता, सामुदायिक जुड़ाव, नवोन्मेषी दृष्टिकोण, जागरूकता के प्रसार के प्रयास, पहल के विस्तार की संभावना, शैक्षणिक प्रसार और विज्ञान-आधारित दृष्टिकोण जैसे कारक शामिल थे।
गोदरेज इंडस्ट्रीज लिमिटेड और इसकी सहायक कंपनियां अशोक खोसला को हार्दिक बधाई और इस कार्यक्रम में भाग लेने वाले सभी व्यक्तियों और संगठनों के प्रति आभार व्यक्त कर रही हैं। सोहराब पिरोजशा गोदरेज पर्यावरण पुरस्कार वहनीय और पर्यावरण के प्रति जागरूक भविष्य तैयार करने के प्रति गोदरेज की अटूट प्रतिबद्धता का प्रमाण है।
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