पागल कुत्तो ने जमकर मचाई दहशत, 13 लोगों को काटकर कर दिया लहूलुहान, मूक पशुओं को भी बनाया शिकार

धार, बाग। नगर में गुरुवार को एक पागल श्वान ने जमकर दहशत मचाई। एक के बाद एक 13 लोगों को श्वान ने काटकर लहूलुहान कर दिया। श्वान ने रास्ते में आने वाले मूक पशुओं को भी अपना शिकार बनाया। पागल श्वान के घूमने की खबर फैलते ही नगर में सनसनी फैल गई। इससे लगभग एक घंटे तक भय का माहौल बना रहा। इसके पहले की पागल श्वान अन्य लोगों की जान का खतरा बनता, युवाओं ने उसका पीछा किया। बायपास पर पकड़ में आने के बाद युवाओं ने उसे मौत के घाट उतार दिया।

विजय स्तंभ क्षेत्र से लोगों को काटना शुरू किया

दोपहर करीब 12 बजे के पहले पागल श्वान ने विजय स्तंभ क्षेत्र से लोगों को काटना शुरू किया और बाजार की तरफ दौड़ लगाते हुए आगे बढ़ा। इस दौरान रास्ते में तेज भागते हुए श्वान ने बच्चों सहित जगह-जगह राह चलते लोगों को अपना शिकार बनाया।

हाट बाजार करने आए ग्रामीण भी बने श‍िकार

बाग के अलावा ग्रामीण क्षेत्र से हाट बाजार करने आए ग्रामीण भी श्वान का शिकार बने। बाग सहित आगर, बाणदा, कुडूझेता, थाना, लौंगसरी, ढीलवाणी ग्राम के लोगों को श्वान ने काटा। राह में श्वान ने गाय, श्वान व बकरी को भी निशाना बनाया। पीड़ित शिक्षक दिनेश उपाध्याय ने बताया कि पैदल स्कूल जा रहे थे। वे मोड़ से कुछ आगे बढ़े कि सामने की तरफ से पागल श्वान को लेकर पुकार मचाते लोगों को देखा। इस समय पागल श्वान आगे निकल गया था, जिससे वे निश्चिंत हो गए थे, लेकिन वह वापस पीछे मुड़ा और पलटकर पैर की पिंडली पर काट लिया। उन्हें पैर में दस टांके आए हैं।

ऐसे खिंची चमड़ी कि हड्डियां नजर आने लगी

श्वान ने अधिकांश लोगों को पैर में गहरे दांत लगाए। श्वान ने दो लोगों की चमड़ी तो ऐसे खिंची कि उनकी हड्डियां नजर आने लगी। करीब चार पीड़ितों को बड़े घाव आए। गंदी नाला में ढीलवाणी के बिलू हरसिंह की हालत ऐसी हो गई कि वह चल नहीं पा रहा था। लगातार चले घटनाक्रम के बाद एक-एक कर घायलों को सरकारी अस्पताल लाया गया और देखते ही देखते बड़ी संख्या में अस्पताल में भीड़ जमा हो गई।

डेढ़ घंटा तक अस्पताल में आपाधापी

डेढ़ घंटा तक अस्पताल में आपाधापी मची रही। डा. हरेसिंह मुवेल की देखरेख में बसंत अजनार, कनसिंह डावर, कमल किराड़िया, रानी चौहान, शेरसिंह कन्नौज ने अधिकांश लोगों के गहरे जख्मों पर टांके लगाए। गीता सोलंकी और कोमल कश्यप ने मदद की। अस्पताल में वैक्सिन उपलब्ध थे। सभी को रेबीज के इंजेक्शन लगाए गए। वाटरमैन गणेश पंवार ने बताया कि इस बीच बायपास पर लगभग 20 युवाओं ने पागल श्वान का पीछा कर मृदा परीक्षण भवन के सामने झाड़ियों में उसे मौत के घाट उतार दिया।

लगातार हो रहे श्वान के हमले

गुरुवार को 13 लोग श्वान का शिकार बने। इसके पहले बाग में बीते वर्ष 21 दिसंबर को 12 लोगों को पागल श्वान ने अपना शिकार बनाया था। इसी के साथ ग्रामीण क्षेत्रों में भी लगातार इस तरह की घटनाएं घटित हुई हैं। बीते तीन माह में 51 लोग पागल श्वान के शिकार हो चुके हैं। गत वर्ष 13 नवंबर को नौ, 28 नवंबर को आठ और 21 दिसंबर को 12 लोगों को श्वान ने काटा था। जबकि इस वर्ष छह जनवरी को नौ और 11 जनवरी को 13 लोगों को श्वान ने काटा है।

पीड़ितों के नाम

शंभु विक्रम (60) ग्राम आगर, रायसिंह नागरसिंह (60) ग्राम बाणदा, रतनसिंह जुवानसिंह (60) कुडूझेता, योगेश रामेश्वर (57) बाग, रीछा मानसिंह (60) बाग, कृष्णा प्रकाश (5) बाग, गुलसिंह छितु (70) थाना, कमल पालतुसिंह (60) लौंगसरी, सोमवार वेस्ता (60) कुडूझेता, बिलू हरसिंह (65) ढीलवाणी, दिनेश हरीशंकर उपाध्याय (60) बाग, प्यारसिंह नाहरसिंह (40) थाना और ओंकार किशन (55) बाग को श्वान ने काटा है।

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