BILASPUR NEWS : अब मानसिक रोगियों के सीटीस्केन समेत अन्य चिकित्सकीय जांच के लिए नहीं लगेंगे पैसे

BILASPUR NEWS : अब मानसिक रोगियों के सिटीस्केन के साथ ही अन्य जांच पूरी तरह से निश्शुल्क होगी। संभागायुक्त शिखा राजपूत तिवारी ने बुधवार की दोपहर सेंदरी स्थिति मेंटल हास्पिटल में आयोजित जीवनदीप समिति के बैठक में यह निर्देश दिया। इसके बाद अब सिम्स में मनोरोगियों की समस्त प्रकार की जांच पूरी तरह से निश्शुल्क होगी। कमिश्नर शिखा राजपूत तिवारी ने कहा कि यहां के मानसिक रोगियों को इलाज के लिए सिम्स ले जाया जाता है। अक्सर मानसिक रोगियों को सीटीस्केन जांच की जरूरत पड़ती है। ऐसे में सिम्स में इन मरीजों की हर प्रकार की जांच निश्शुल्क करना हितकर होगा। इसके बाद उन्होंने तहसीलदार को परिसर से अतिक्रमण जल्द हटाने को कहा, ताकि राज्य के एकमात्र मानसिक अस्पताल के वार्डों एवं अन्य सुविधाओं का विस्तार किया जा सके। फिलहाल अस्पताल को आवंटित भूमि के लगभग 10 एकड़ क्षेत्र में अतिक्रमण है।

बैठक में अस्पताल को सुविधाएं बढ़ाने के लिए कई प्रस्तावों का अनुमोदन किया गया। योग शिक्षकों का मानदेय एक हजार रुपये बढ़ाकर सात हजार रुपये प्रतिमाह किया गया। अस्पताल की जमीन में भावी विस्तार के लिए ब्लू प्रिंट तैयार करने के निर्देश लोक निर्माण विभाग को दिए गए। चिकित्सालय में कार्यरत मजदूरों को किए गए लगभग छह लाख रुपये के भुगतान की कार्योत्तर स्वीकृति प्रदान की गई।

बाह्य रोगी मरीजों के बैठने के लिए सीएसआइडीसी दर पर चेयर खरीदने का निर्णय भी लिया गया। आय-व्यय की जानकारी भी बैठक में दी गई। इसके अनुसार फिलहाल समिति के खाते में 1.42 लाख रुपये जमा हैं। बाक्स कलेक्टर ने किया मानसिक चिकित्सालय का निरीक्षण कलेक्टर अवनीश शरण ने बुधवार को सेंदरी स्थित राज्य मानसिक चिकित्सालय का निरीक्षण भी किया। उन्होंने अस्पताल में भर्ती रोगियों का हालचाल जाना।

कलेक्टर ने पंजीयन कक्ष, दवा वितरण, विभिन्न वार्डों का बारीकी से अवलोकन किया। मरीजों के लिए बन रहे भोजन की गुणवत्ता परखने रसोई घर भी गए। अस्पताल के बजट एवं दवाइयों की उपलब्धता के बारे में पूछताछ की। उन्हें बताया गया कि अस्पताल में फिलहाल सभी तरह की जरूरी दवाएं पर्याप्त मात्रा में उपलब्ध हैं। चिकित्सालय में फिलहाल 110 मानसिक रोगियों को भर्ती कर इलाज किया जा रहा है।

चिकित्सकों ने बताया कि इलाज के बाद अधिकतर मरीज स्वस्थ होकर सामान्य रूप से जीवन यापन कर रहे हैं। उन्होंने कपड़ा धोने की मैकेनाइज्ड लांड्री मशीन भी देखी और इसके बेहतर उपयोग करने के लिए प्रबंधन की सराहना की। उन्होंने अस्पताल में कार्यरत, स्वीकृत पदों की जानकारी भी ली। कलेक्टर ने कहा कि चिकित्सालय में विशेष देखभाल की जरूरत वाले मरीज आते हैं। इसलिए उनके इलाज में संवेदनशीलता बरतने के निर्देश दिए। इस दौरान सीएमएचओ डा़ राजेश शुक्ला, अस्पताल अधीक्षक डा़ जेपी आर्या सहित चिकित्सक एवं कर्मचारी भी मौके पर उपस्थित थे।